सरकार आदिवासियों के हित में लगातार कार्य कर रही है : मुख्यमंत्री श्री बघेल
रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासियों के हित में लगातार कार्य कर रही है और आगे भी करती रहेगी। श्री बघेल आज छत्तीसगढ़ के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस पर जिले के गुरूर विकासखण्ड के राजाराव पठार में आयोजित वीर मेला को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राजाराव पठार में देवगुड़ी के विकास के लिए 11 लाख रूपए, शहीद वीर नारायण सिंह की आदम कद प्रतिमा स्थापना और स्मारक निर्माण के लिए 30 लाख रूपए, बूढ़ादेव स्थल विकास और मूर्ति स्थापना के लिए 15 लाख रूपए की घोषणा की।
इससे पहले मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बाबा राजाराव, कंकालिन माता, बूढ़ादेव का पूजा कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उनकी शहादत को नमन किया। आदिवासी समाज के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री का फूलमाला से आत्मीय स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासियों के सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक विकास हमारी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश के किसानों, आदिवासियों का आर्थिक विकास के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। कोदो, कुटकी व रागी को समर्थन मूल्य पर खरीदने की व्यवस्था की गई। पहले सात प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी की जाती थी, अब 52 प्रकार के लघु वनोपजों को खरीदने की व्यवस्था की गई है। धान उपार्जन केन्द्रों में किसान बारदाना 25 रूपए प्रति नग की दर से खरीदने का फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के धान उपार्जन केन्द्रों में मात्र नौ दिनों में ही 13 लाख 86 हजार मीट्रिक टन धान की रिकार्ड खरीदी की गई। इस वर्ष एक करोड़ पॉच लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार लाख पचास हजार हेक्टेयर व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टा व 19 लाख हेक्टेयर सामुदायिक वन अधिकार पट्टा वितरण किया गया साथ ही उसके उपभोग का अधिकार दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुॅचे, इसके लिए हाट बाजार क्लीनिक योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के बेहतर क्रियान्वयन से प्रदेश में 32 प्रतिशत कुपोषण में कमी आई है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया, विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी और कुंवर सिंह निषाद, संजारी-बालोद विधायक संगीता सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, पूर्व सांसद सोहन पोटाई, वीर मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष मानक दरपट्टी, आदिवासी समाज के पदाधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।