मैं रोज सीखता हूं : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, “सीखने की कोई उम्र नहीं होती न ही जगह होती है”
रायपुर। “मैं तो रोज सीखता हूं। आज आपसे सीख रहा हूं। किसी से भी सीखा जा सकता है, कोई जरूरी नहीं है कि हम बड़ों से सीखें अपने से छोटों से भी सीख सकते हैं।” सीखने को लेकर यह पाठ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पढ़ाया। दरअसल मुख्यमंत्री श्री बघेल आज कोंडागांव के माकड़ी में स्वामी आत्मानंद स्कूल पहुंचे थे, जहां एक छात्रा ने उनसे पूछा कि मुख्यमंत्री किनसे सीखते हैं।
छात्रा के सवाल पर सहज भाव से मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि “सीखना एक निरंतर प्रक्रिया है। हम अपने आसपास के लोगों से सीख सकते हैं। अपने शिक्षक, माता-पिता, दोस्तों से सीखते हैं। प्रकृति से भी सीख सकते हैं। प्रकृति में तो सीखने लायक बहुत से चीजें हैं।” गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल जब भी बच्चों के बीच जाते हैं तो उनसे बहुत सहजता से मिलते हैं। उनकी सरलता और सहजता को देखते हुए बच्चे भी आत्मीय भाव से उनसे सवाल-जवाब करने लगते हैं। माकड़ी में नवनिर्मित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में भी कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला।