भेंट-मुलाकात कार्यक्रम : पूर्वजों का सपना है कि किसान सशक्त और समृद्ध बनें, हम इसको पूरा कर रहे हैं: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का योजनाओं की जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुँच जानने के लिए भेंट-मुलाकात का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज महासमुंद विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत सिरपुर में आमजनता के बीच पहुंचकर योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक लिया और उनकी समस्याएं जानकर उन्हें दूर किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर एवं राज्य गीत से कार्यक्रम की शुरुआत की।
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने आमजनता और जनप्रतिनिधियों की मांगों को पूरा करते हुए कई विकास कार्यों की घोषणा की। उन्होंने तुमगांव को उप तहसील बनाने वहां आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू करने के साथ ही तुमगांव से महासमुंद तक सड़क चौड़ीकरण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महासमुंद शहर के बाहर बस स्टैण्ड बनाया जायेगा। सिरपुर क्षेत्र के ग्राम पासिद में हाई स्कूल और ग्राम सिरपुर में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना की जायेगी। बावनकेरा से रामाडबरी तक सड़क निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरपुर कभी छत्तीसगढ़ की राजधानी थी। व्यापार-व्यवसाय के साथ यह आयुर्वेद और शिक्षा का केंद्र रहा है। इस पवित्र जगह में पता नहीं कितने बौद्ध भिक्षुओं ने ध्यान किया होगा। नागार्जुन की यह तपोस्थली रही है। कई संस्कृतियों के कितने लोग यहां आए होंगे, यह सोच कर ही मन रोमांचित हो जाता है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि 4 साल पहले जब सरकार बनी तो हमने किसानों से वादा किया था कि हम किसानों की ऋण माफी करेंगे, घरेलू बिजली बिल को आधा करेंगे। सरकार बनते ही हमने कर्ज माफी और 25 सौ रुपये समर्थन मूल्य में धान खरीदने का निर्णय लिया। हमने प्रदेश की जरूरतों को देखते हुए उन कामों को भी किया जिनका हमने वादा भी नहीं किया था। देश में पहली बार भूमिहीन श्रमिकों के लिए योजना शुरू की गई। छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी जैसी योजनाएं लाई, पानी को सही तरीके से खेत तक पहुंचाने का काम किया। श्री बघेल ने कहा कि किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत हर साल राशि दी जा रही है। इस योजना की चौथी किश्त 31 मार्च को वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने सोसायटियों की संख्या बढ़ाई और आज सोसायटियां दो हजार से भी ज्यादा है। धान खरीदी केंद्र 2500 हैं, किसानों को अब ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। बारदाना की उपलब्धता है, साथ ही साथ पेमेंट भी 3 दिन के भीतर मिल जाता है। यही हमारे पुरखों का सपना था कि छत्तीसगढ़ राज्य बने और किसानों का दिन बदले, वही आज हो रहा है।
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पता चला कि उमेश कुमार साहू के दिल में छेद है और इलाज के लिए आर्थिक मदद की जरूरत है, इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बेहतर इलाज करवाने के लिए कलेक्टर को निर्देश दिया। मुख्यमंत्री को श्री शत्रुघ्न ने बताया कि अपनी बहन का इलाज उन्होंने राज्य सरकार की मदद से करवाया। श्री शत्रुघ्न ने इलाज के लिए 70 हजार रूपए की सहायता देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ जरूर लें। 20 लाख रुपए तक की मदद छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य कोई सरकार नहीं कर रही। सभी को इसकी जानकारी रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात करते हुए श्री ओगरे ने बताया कि उनके पिता का आकस्मिक देहांत हो गया है। वारिस के रूप पंजीयन नहीं होने से वे धान नहीं बेच पा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि पंजीयन होगा, धान भी बिकेगा। खंबन सोनकर ने बताया कि उनकी 7 एकड़ खेती है। धान का पैसा मिल रहा है। एक लाख रुपए का ऋण माफ हुआ है। उनकी बात सुनकर मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी। श्री दाउलाल ने बताया कि किसानों को ऋण माफी का बहुत लाभ हुआ। 2640 रुपए में धान की खरीदी किसानों के लिए बहुत अच्छी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों का सपना है कि किसान सशक्त और समृद्ध बनें हम इसी को पूरा कर रहे हैं।
गौतम राम ध्रुव ने बताया कि उनकी 4 एकड़ जमीन है। कर्ज माफी में उनका 60 हजार रुपए का कर्ज माफ हुआ है। आमदनी से पत्नी के लिए सोने के आभूषण की खरीदी की है और दुकान भी खोले हैं। मुख्यमंत्री ने खुशहाल गृहस्थी के लिए गौतम राम जी को बधाई दी। मुख्यमंत्री से बात करते हुए श्रीमती कुमारी ने बताया कि उनका राशन कार्ड बना है, चांवल, शक्कर, नमक आदि मिल रहा है। मिट्टी तेल नहीं मिल रहा। मुख्यमंत्री ने कुमारी को बताया कि राशन राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है। मिट्टी तेल और सिलेंडर भारत सरकार द्वारा दिया जाता है।
श्री कृष्णा ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बातचीत में बताया कि वे एक साल से वर्मी खाद उपयोग कर रहे हैं। वर्मी खाद के उपयोग से उपज बहुत बढ़ गई है। मुख्यमंत्री ने पूछा वर्मी खाद के उपयोग करने से जमीन में क्या सुधार अनुभव किया ? कृष्णा ने बताया कि अब जुताई बहुत आसानी से हो रही है। जमीन बहुत नरम हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धरती माता की सेवा है। वर्मी कंपोस्ट वाले खेत की जमीन नरम रहती है यह अंतर है।
श्रीमती सरोज ने बताया कि उनको भूमिहीन श्रमिक योजना का लाभ मिल रहा है, समूह की तरफ से मिठाई दुकान का कार्य भी कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें खूब बधाई दी और बताया कि भूमिहीन योजना के तहत वे लोग जिनके पास खेती किसानी नहीं है उन लोगों को भी हम 7 हजार रुपये साल का दे रहे। रूपा साहू ने बताया कि समूह में दस लोग हैं। तीन साल से वर्मी खाद बना रहे हैं। तीन लाख बीस हजार रुपए कमाए हैं। सभी बहनों को इसका फायदा मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि महिलाएं भी अब परिवार चलाने में आर्थिक सहयोग दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने बकरी पालन करने को भी कहा। ललिता ध्रुव ने बताया कि उन्हें 75 डिसमिल का वन अधिकार पट्टा मिला है। जिसे सुनकर मुख्यमंत्री ने उन्हें जमीन का रजिस्ट्रेशन कराने कहा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान समाज कल्याण विभाग के 4 हितग्राहियों को सहायक उपकरण और डेमो चेक भी वितरित किए। उन्होंने एक हितग्राही को राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना अंतर्गत 20 हजार रुपए का चेक, एक हितग्राही को मोटराइज्ड ट्रायसायकल और 2 हितग्राहियों को ट्रायसायकिल प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के पांच हितग्राहियों को मसूर व रागी मिनीकिट और मत्स्य विभाग के तीन हितग्राहियों को जाल व आइसबॉक्स का वितरण किया।