कांग्रेसी राज्य कर रहे हैं वैक्सीन को बर्बाद! झारखंड में 37 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ में 30 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद

न्यूज़ डेस्क। देश में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के तहत कोरोना टीके की दी जा चुकी खुराक की संख्या 20 करोड़ के पार हो गई है। 26 मई को सुबह सात बजे तक टीके की कुल 20,06,62,456 खुराक दी जा चुकी हैं। इस सबके बाद भी कुछ राज्य टीके को लेकर हो-हल्ला कर रहे हैं और कमी का रोना रो रहे हैं। वैक्सीन की कमी का रोने वाले ज्यादातर कांग्रेसी राज्य हैं, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इन राज्यों में कोरोना टीके की लाखों खुराकें बर्बाद हो चुकी हैं। राजस्थान में कोरोना वैक्सीन के साढ़े 11 लाख डोज बर्बाद हो चुके हैं।

कोरोना टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आया कि वैक्सीन की बर्बादी करने वाले राज्यों में सबसे ऊपर झारखंड और छत्तीसगढ़ है। झारखंड में सबसे अधिक 37.3 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी होती है। यानी हेमंत सोरेन की सरकार में करीब आधा वैक्सीन बर्बाद होने के कारण लोगों को लगाया ही नहीं जाता। इसके बाद नंबर आता है छत्तीसगढ़ का। यहां 30.2 प्रतिशत वैक्‍सीन की बर्बादी होती है। आस समझ सकते हैं कि छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार की ओर से जितना टीका निशुल्क प्रदान किया गया है, उसमें से करीब एक तिहाई बर्बाद हो गए हैं।

वैक्सीन बर्बादी में तमिलनाडु तीसरे नंबर पर है। यहां 15.5 प्रतिशत टीकों की बर्बादी होती है। आप समझ सकते हैं कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक तरफ जहां कई राज्य वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, वहीं कई राज्य वैक्सीन का एक तिहाई से ज्यादा हिस्सा बर्बाद कर चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से अपील की है कि वैक्सीन की कम से कम बर्बादी करें। अगर इन राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी नहीं हुई होती तो ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती थी।

कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार टीकाकरण पर जोर दे रही है। केन्द्र सरकार ने अब तक राज्यों को कोरोना टीके की 22 करोड़ से अधिक कुल 22,00,59,880 खुराक निशुल्क प्रदान की है। इसमें से राज्यों के पास अब भी टीके की 1.77 करोड़ से ज्यादा कुल 1,77,52,594 खुराक उपलब्ध हैं, जिन्हें दिया जाना बाकी है। इसके अलावा एक लाख खुराक अगले तीन दिनों के भीतर राज्यों को दे दी जाएंगी।

वैक्सीन बर्बाद करने वाले टॉप पांच राज्य

  • झारखंड- 37.3%
  • छत्तीसगढ़- 30.2%
  • तमिलनाडु- 15.5%
  • जम्मू कश्मीर- 10.8%
  • मध्य प्रदेश- 10.7%

केंद्र स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में राज्यों के टीकाकरण की समीक्षा की गई। इसमें केंद्र ने टीकाकरण की गति तेज करने का भी जोर दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राज्यों से लगातार आग्रह किया गया है कि वो ये सुनिश्चित करें की उनके वहां सप्लाई की गई कुल वैक्सीन में से एक प्रतिशत से भी कम बर्बाद हो।

केवल 4.65 प्रतिशत वैक्सीन हुई है बर्बाद

पूरे मामले पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी सरका वैक्सीन का सही इस्तेमाल कर रही है और मुख्य मकसद वैक्सीन की बर्बादी को कम से कम रखना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के पास आज तक टीके की कुल खुराक की उपलब्धता के अनुसार, वर्तमान वैक्सीन अपव्यय अनुपात केवल 4.65% है। तकनीकी कठिनाइयों / गड़बड़ियों के कारण टीकाकरण डेटा को केंद्रीय को-विन सर्वर / प्लेटफॉर्म पर पूरी तरह से अपडेट नहीं हो पाया है और अपडेशन प्रक्रिया में है।

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