कोरोना के नए स्ट्रेन पर भी कारगर होगी वैक्सीन, वायरस के रूप बदलने से नहीं पड़ेगा फर्क- स्वास्थ्य मंत्रालय

नई दिल्ली। भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) प्रोफेसर के. विजय राघवन ने कहा है कि कोरोना वायरस लगातार रूप बदल रहा है लेकिन इससे वैक्सीन को लेकर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में और दुनियाभर जो वैक्सीन कोरोना के लिए तैयार की जा रही हैं, वो ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए वेरिएंट पर भी कारगर होंगी। अभी तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं है जो ये साबित करे कि वायरस का रूप बदलने से वैक्सीन बेअसर हो जाएगी। मंगलवार को कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ये जानकारी दी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज कोरोना पर वीकली रिपोर्ट भी पेश की है। उन्होंने बताया कि कोरोना का सबसे ज्यादा 63 फीसदी असर पुरुषों पर देखने को मिला है। अब तक मिले कुल संक्रमितों में 63 फीसदी पुरुष संक्रमित हैं, जबकि 37 प्रतिशत महिलाएं हैं। उम्र के हिसाब से देखें तो आठ फीसदी मरीजों की उम्र 17 साल से कम है। 18 से 25 साल के 13 प्रतिशत, 26 से 44 साल के 39 प्रतिशत, 45 से 60 साल के 26 प्रतिशत और 60 साल से अधिक के 14 प्रतिशत लोग संक्रमित हुए हैं।

राजेश भूषण ने जानकारी दी है कि देश में एक्टिव मामले लगातार घट रहे हैं, देश में फिलहाल एक्टिव केस 2,70,000 से कम हैं। वहीं देश में पॉजिटिविटी रेट 6 फीसदी है जबकि पिछले एक सप्ताह का पॉजिटिविटी रेट 2.25 प्रतिशत है। प्रति 10 लाख आबादी पर 7408 कोविड केस हैं। देश में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 107 मौतें दर्ज़ की गई हैं। भारत में प्रतिदिन नए मामले 17,000 से भी कम हो गए हैं। इस संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। कोविड से होने वाली मृत्यु में भी लगातार गिरावट आ रही है, ये संख्या प्रतिदिन 300 तक आ गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, देश के सक्रिय मामलों में से 60 फीसदी से अधिक पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में है। इसमें करीब 24 फीसदी मामले केरल में, 21 फीसदी महाराष्ट्र में,पांच प्रतिशत पश्चिम बंगाल में और पांच प्रतिशत उत्तर प्रदेश में हैं। छत्तीसगढ़ में करीब 4.83 फीसदी मामले हैं।

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