कोवैक्सिन की बर्बादी 17% से घटकर 4% और कोविशील्ड की 8% से 1% रह गई है: केंद्र सरकार
नई दिल्ली, 23 मई। सरकार के प्रयासों से कोरोना वायरस टीकाकरण में इस्तेमाल होने वाली कोविशील्ड और कोवैक्सीन की बर्बादी पर अंकुश लगा है। शनिवार को केंद्र सरकार ने बताया कि 1 मार्च को कोविशील्ड वैक्सीन की बर्बादी 8% थी जो घटकर 1% पर आ गई है जबकि उसी समय में कोवैक्सीन की बर्बादी 17% से घटकर 4% पर आ गई है।
वहीं, सरकार ने यह भी बताया कि कोरोना वायरस का पॉजिटिविटी रेट जो 10 मार्च को 24.83% था घटकर 22 मई को 12.45% रह गया है। शनिवारो को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने ये बातें कहीं। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि, कोरोना वायरस के मामलों में पहले के कमी आई है लेकिन 382 जिलों में पॉजिटिविटी रेट अभी भी 10% से ऊपर बना हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना वायरस की स्थिति सकारात्मकता दर, दैनिक मामलों और सक्रिय मामलों में कमी के साथ स्थिर हो रही है।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने ब्रीफिंग के दौरान कहा कि आठ राज्यों में 1 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं जबकि 18 राज्यों में 15 प्रतिशत से अधिक सकारात्मकता दर है। वैक्सीन पासपोर्ट के मुद्दे पर अग्रवाल ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्तर पर इस मामले पर अभी तक कोई सहमति नहीं बनी है, लेकिन बातचीत चल रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या लगातार छठे दिन 3 लाख से नीचे रही। शनिवार को कोरोना के 2.57 लाख मामले दर्ज किए गए। नए मामलों के साथ देश में कोरोना के कुल मामले 2,62,89,290 हो गए हैं। वहीं, इससे होने वाली मौतों की संख्या 2,95,525 पहुंच गई है। भारत में कोरोना के फिलहाल 29,23,400 सक्रिय मामले हैं।