कोविड -19: एमपी में कोरोना कर्फ्यू के दौरान नमाज के लिए 2 मस्जिदों में जुटी भीड़, 2 मौलवियों और 200 अन्य के खिलाफ केस दर्ज
भोपाल। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण मध्य प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू है जिसके कारण सभी प्रकार के सामूहिक आयोजनों पर पूर्णतः पाबंदी है। हालाँकि, एमपी के छतरपुर जिले में पाबंदियों के बाद भी 2 मस्जिद में सामूहिक नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो मौलवियों समेत 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
घटना एमपी के छतरपुर जिले से 23 किमी दूर नौगाँव की है। बताया जा रहा है कि नौगाँव में दो मस्जिदों, जामा मस्जिद और पल्टन मस्जिद में कोरोना कर्फ्यू लागू होने के बाद भी सैकड़ों लोगों ने नमाज पढ़ी। नौगाँव के थाना प्रभारी संजय बेदिया ने बताया कि इस प्रकार के सामूहिक आयोजनों पर पूर्णतः प्रतिबंध के कारण भी दोनों मस्जिदों में भीड़ इकट्ठा हुई।
जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुँचे और Covid-19 की गाइडलाइंस का उल्लंघन करने के लिए दो मौलवियों और 200 अन्य लोगों पर IPC की धारा 188, 270 एवं 271 के तहत मामला दर्ज किया गया। हालाँकि थाना प्रभारी बेदिया ने बताया कि पहले भी इन मस्जिदों में इसी प्रकार भीड़ जुटी थी लेकिन तब चेतवानी देकर इन लोगों को छोड़ दिया गया था लेकिन इस बार Covid-19 की गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि एमपी के अलावा हाल ही में केरल के मुन्नार में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया जहाँ एक वार्षिक कार्यक्रम का हिस्सा बने चर्च ऑफ साउथ इंडिया (CSI) के 480 पादरियों को Covid-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले 100 से ज्यादा पादरी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा 2 पादरियों की मौत हो गई थी जबकि 5 गंभीर अवस्था में थे।
गौरतलब है कि हैदराबाद में ईद-उल-फितर से पहले चारमीनार बाजार के पास कोविड प्रोटोकॉल्स की खुलेआम धज्जियाँ उड़ती नजर आईं। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिखा कि कैसे बाजार में घूमने वाला कोई भी व्यक्ति महामारी को लेकर गम्भीर नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात है ज्यादातर लोग बिना मास्क के ही नजर आए।