प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत नए एम्स कोविड मरीजों के लिए वरदान बने
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि न केवल नई योजनाओं के लिए कारगर साबित हुई, बल्कि पुरानी योजनाओं को नई कार्यप्रणाली से देश के लिए वरदान साबित कर दिखाया है। तभी तो प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत शुरू किए गए नए एम्स कमजोर राज्यों में उन्नत कोविड स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में अग्रणी साबित हुए हैं। इस योजना की घोषणा अगस्त 2003 में स्वास्थ्य सेवा अस्पतालों की उपलब्धता से जुड़े असंतुलन को दूर करने और देश में मेडिकल एजुकेशन में सुधार के लिए की गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना के माध्यम से न केवल वंचित राज्यों में गुणवत्तापूर्ण मेडिकल एजुकेशन के सपने को पूरा किया, बल्कि देश के जरूरतमंद राज्यों में 22 नए एम्स बनाने की मंजूरी दी। आज वही अस्पताल मेडिकल मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। ये संस्थान उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं जहां स्वास्थ्य सेवा की बुनियादी ढांचा कमजोर था। इन संस्थानों ने अपनी जिम्मेदारी पर खरा उतरते हुए मध्यम और गंभीर रूप से बीमार कोविड मरीजों का इलाज कर कोविड-19 की दूसरी लहर की चुनौती का सराहनीय जवाब दिया है।
अप्रैल 2021 के बाद बढ़ाए गए बेड
ऑक्सीजन बेड – 1300 से अधिक
कोविड बेड – 530 से अधिक
बेडों की उपलब्धता
ऑक्सीजन – 1900
आईसीयू बेड – 900
नए एम्स में कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध बेड
संस्थान – गैर-आईसीयू बेड आईसीयू बेड
एम्स, भुवनेश्वर- 295 62
एम्स, भोपाल- 300 200
एम्स, पटना- 330 60
एम्स, रायपुर- 406 81
एम्स, ऋषिकेश 150 250