प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जोरदार तरीके से चल रहा कोरोना वैक्सीनेशन अभियान, दुनिया में दूसरे नंबर पर भारत

न्यूज़ डेस्क। पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य तेज गति से चल रहा है। भारत में कोरोना वैक्सीन के रोज करीब 29 लाख डोज लगाए जा रहे हैं और अब तक 24 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं। ब्लूमबर्ग वैक्सीन ट्रैकर के मुताबिक पूरी दुनिया में अपने नागरिकों को वैक्सीनेट करने के मामले में भारत दूसरे नंबर है। मोदी सरकार वैक्सीनेशन पर तेजी से काम कर रही है और 21 जून से बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन ड्राइव चलाने की तैयारी चल रही है। मोदी सरकार इसी वर्ष दिसंबर तक पूरी आबादी को वैक्सीनेट करने पर काम कर रही है।

दिसंबर तक भारत में हर्ड इम्युनिटी हासिल करने की उम्मीद
भारत में अब तक 8.7% आबादी ही वैक्सीनेट हो पाई है। भारत में 9 जून की सुबह तक 23.90 करोड़ डोज दिए जा चुके थे। 19.21 करोड़, यानी 20.46% आबादी को वैक्सीन का कम से कम एक डोज लग चुका है। वहीं, 4.69 करोड़, यानी करीब 5% आबादी को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। सरकार ने जुलाई-अगस्त में 1 करोड़ डोज रोज लगाने का टारगेट रखा है। सरकारी अनुमान के मुताबिक उसे अगस्त से दिसंबर तक 210 करोड़ डोज मिल जाएंगे। इससे उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर तक हम 75% से अधिक आबादी को वैक्सीनेट कर हर्ड इम्युनिटी हासिल कर ले जाएंगे।

दुनिया में प्रतिदिन 3.45 करोड़ लोगों को टीके
मीडिया रिपोर्ट्स के अुनसार दुनिया में वैक्सीनेशन के मामले में पहले नंबर चीन है, जहां रोजाना करीब 1.89 करोड़ टीके लगाए जा रहे हैं। चीन अब तक 80 करोड़ नागरिकों को डोज लगा चुका है। ब्लूमबर्ग वैक्सीन ट्रैकर के मुताबिक दुनिया के 178 देशों में 219 करोड़ वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं। अभी दुनिया में प्रतिदिन करीब 3.54 करोड़ लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट ऑवरवर्ल्डइनडेटा के आंकड़ों के मुताबिक अब तक दुनियाभर में 219 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं।

पूरी दुनिया में जल्द हर्ड इम्युनिटी की बंधी उम्मीद
ये आंकड़े महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इससे ही हर्ड इम्युनिटी की उम्मीद बंधी है। भारत की टॉप वैक्सीन साइंटिस्ट डॉ. गगनदीप कंग का कहना है कि हर्ड इम्युनिटी का मतलब है कि अधिक से अधिक लोग कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी हासिल कर लें। तब इन्फेक्शन के नए नंबर घट जाएंगे। इसे पाने के दो ही तरीके हैं- पहला, नेचुरल इन्फेक्शन और दूसरा, वैक्सीनेशन। हर्ड इम्युनिटी के लिए 75%-80% लोगों में एंटीबॉडी बनना जरूरी है। वैक्सीनेशन के जरिए हम यह टारगेट जल्द से जल्द हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।

जैसे-जैसे बढ़ा वैक्सीनेशन, कम होते गए पॉजिटिव केस
दुनियाभर के विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीन को लेकर जो आंकड़े सामने आए हैं, वह उत्साह बढ़ाने वाले हैं। जिन देशों में वैक्सीनेशन ने रफ्तार पकड़ी और ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीनेट होते गए, उसी रफ्तार से नए पॉजिटिव केस में कमी आई है।

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