फेसएप, कहीं आपका भी डाटा तो चोरी नहीं कर रहा है ?
न्यूज़ डेस्क। अगर कोई अभी आपसे पूछे कि आजकल सबसे ज्यादा क्या चल रहा है तो आप हंसते हुए कहेंगे कि फेसएप चल रहा है। हर तरफ देखें तो फेसएप का खुमार छाया हुआ है। आम इंसान हो या मशहूर हस्तियां, सभी के बुढ़ापे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं। फेसएप लोगों को हंसाने और खुश रहने का एक जरिया भी दे रहा है। पूरी दुनिया में इस फेसएप की धूम है। भारत में भी लाखों लोगों ने इसे इंस्टॉल कर लिया है। यह एक ऐसा एप है जो आपके चेहरे को फ़िल्टर कर आपनी वर्तमान तस्वीर बदल दे रहा है और 40 साल बाद आप कैसे दिखेंगे यह बता रहा है। लेकिन अब इस फेसएप पर सवाल भी उठने लगे हैं।
सवाल पर जाएं उससे पहले हम आपको यह बता दें कि यह कहां बना है। इस ऐप को एक रूसी कंपनी ने बनाया है। अब हम आपको इसके नकारात्मक पक्ष के बारे में बताते हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यह खबर लगातार चल रही है कि यह एप कहीं आपकी निजता के लिए खतरा तो नहीं है। इस बात का शक सबसे पहले एक अमेरिकी सीनेटर को हुआ। उनका कहना है कि चूंकि यह एप रूस में विकसित हुआ है ऐसे में यह हमारा निजी डाटा तीसरे पक्ष को प्रदान कर सकता है। इस एप पर शक होने का एक और सबसे बड़ा कारण है इसके नियम और शर्तें। इसे इंस्टॉल करते ही जब इसके नियम और शर्तें सामने आते हैं तो इसमें लिखा हुआ है कि आप अपनी फोटोज और दूसरी सामग्री को इस्तेमाल और संपादित की इजाजत इस एप को दे रहे हैं और आप किसी रॉयल्टी का दावा भी नहीं करेंगे। अब भारत में भी कुछ लोग इसे लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।
विशेषज्ञों कि माने तो इस एप से किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। विशेषज्ञ कहते हैं कि यह एप केवल स्मार्टफोन के मॉडल, डिवाइस आइडी और एंड्रॉयड वर्जन के बारे में जानकारी प्रदान करता है। उनका साफ कहना है कि इससे निजता को कोई खतरा नहीं है। निर्माता कंपनी भी अब इस सवाल पर सफाई दे रही है। कंपनी का साफ कहना है कि किसी भी यूजर का डाटा तीसरे पक्ष के साथ साझा नहीं किया जा रहा है। कंपनी का यह भी कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से ही किसी तस्वीर को बदला जा रहा है। तस्वीरों को क्लाउड पर स्टोर किया जाता है। कंपनी ज्यादातर तस्वीरों को 48 घंटे में डिलीट करने का भी दावा कर रही है।