नमस्ते ट्रंप’ पर कांग्रेस के सवाल का भाजपा ने दिया जवाब, कहा – ‘‘वैश्विक स्तर पर भारत का बढ़ते कद से कांग्रेस नाखुश क्यों है?

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर कांग्रेस के सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने शनिवार को पूछा कि ट्रंप का दौरा विश्व के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात है, ऐसे में कांग्रेस इस क्षण पर खुशी क्यों नहीं महसूस करती? भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर भारत का कद बढ़ने से कांग्रेस नाखुश क्यों है? उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के संबंधों में यह मील का पत्थर माने जाने वाला क्षण है और मेरी कांग्रेस को सलाह है कि वह चिंतित होने की बजाए देश की उपलब्धियों पर गर्व करना शुरू करे।’’ पात्रा ने किा कि ट्रंप का दौरा विश्व के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात है। कांग्रेस इस क्षण पर खुशी क्यों नहीं महसूस करती? उन्होंने कहा कि जैसा कारोबारी सौदा और रक्षा सौदा आज हम अमेरिका के साथ देख रहे हैं, उन्हें संप्रग के समय हम सोच भी नहीं सकते थे। लेकिन कांग्रेस पार्टी आज आत्म निरीक्षण करने के बजाय सवाल कर रही है।

भाजपा प्रवक्ता श्री पात्रा ने कहा, ‘‘आज जब विश्व में भारत के वैश्विक पद चिह्न बढ़े हैं। ऐसे में नाखुश होकर सवाल जवाब करना कांग्रेस को शोभा नहीं देता। आज हिंदुस्तान व्हाइट हाउस के किसी भी निर्णय में भारत फ्रंट या सेंटर में रहा है। ये हमारे लिए गर्व का विषय है।’’ पात्रा ने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या 10 जनपथ मनमोहन सिंह का वह रुतबा कायम करने देता जो PM नरेंद्र मोदी का अंतरराष्ट्रीय नेताओं के बीच है। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के लिये कुछ ऐसा काल आता है जब हम राजनीतिक दल के रूप में छोटी पहचान को परे रखते हैं और एक राष्ट्र के रूप में सोचते हैं। यह एक ऐसा ही क्षण है जब दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और दुनिया के सबसे सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच बैठक होने जा रही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ट्रंप खुद ही कई बार कह चुके हैं कि भारत कड़ी सौदेबाजी करता है और इसलिये कांग्रेस पार्टी को भारत के हितों की चिंता करने की जरूरत नहीं है।

गौरतलब है कि ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा शुक्रवार को कहा था कि सरकार की तरफ यह दावा किया गया कि जो इंतजाम हो रहा है वह एक ‘नागरिक अभिनंदन समिति’ की तरफ से हो रहा है। यह समिति कौन है? यह कब बनी? इसका पंजीकरण कब हुआ और इसके पास इतना पैसा कहां से आया?’’ कांग्रेस नेता ने कहा था कि आर्थिक क्षेत्र में सहयोग और व्यापार का वातावरण अनुकूल नहीं है। हम समझते हैं कि यह रिश्ता सिर्फ खरीददारी का नहीं हो सकता। राष्ट्र की संप्रभुता, आत्म सम्मान और राष्ट्रहित को ध्यान में रखा जाए। गंभीरता और गहराई होनी चाहिए। यह दौरा सिर्फ तस्वीरें खिंचवाने तक सीमित नहीं होना चाहिए। बहरहाल, वैश्विक मंच पर भारत की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जापान..भारत.. अमेरिका मंच, आरआईसी (रूस-भारत-चीन) पर PM नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में महत्व दिया गया । इससे भारत के वैश्विक आकलन में तीव्र वृद्धि संभव हुई। उन्होंने कहा कि हमें यह भी याद रखना चाहिए कि तब के अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामाप्रधानमंत्री मोदी के हस्तक्षेप और निमंत्रण पर भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत आए थे।

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