असम में नागरिकता बिल पर विरोध तेज, प्रदर्शनकारियों ने जलाया विधायक का घर, मुख्यमंत्री ने की शांति की अपील
गुवाहाटी। संसद से पारित नागरिकता संशोधन विधेयक (ACB) को लेकर चल रहा विरोध प्रदर्शन उग्र रूप लेता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को एक विधायक के घर, वाहनों और सर्किल ऑफिस को आग के हवाले कर दिया। सरकार ने कार्रवाई करते हुए गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर सहित मुख्य पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया।
We are resolutely committed to protect the identity, rights, heritage and culture of the Assamese people.
My appeal to all, let us together continue on the path of progress and keep alive our ancient values of peace, harmony and brotherhood. pic.twitter.com/sSJc1XeQQ1
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) December 12, 2019
दीपक कुमार के स्थान पर मुन्ना प्रसाद गुप्ता को गुवाहाटी का नया पुलिस प्रमुख बनाया गया है, जबकि अतरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुकेश अग्रवाल का भी तबादला कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने चबुआ में विधायक बिनोद हजारिका के घर में आग लगा दी और वाहनों और सर्कल ऑफिस को भी आग के हवाले कर दिया।
असम के अधिकांश हिस्सों में कई दिनों से हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुरुवार को राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। सोनोवाल ने यहां एक बयान में कहा, मैं असम के लोगों को उनकी पहचान के संबंध में पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन देता हूं।
उन्होंने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा, कृपया आगे बढ़ें और शांति की स्थिति बनाए रखें। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि लोग इस अपील पर समझदारी से विचार करेंगे। सोमवार आधी रात लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) पारित किया गया, तभी से पूरे पूर्वोत्तर में, विशेष रूप से असम में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बुधवार शाम को राज्यसभा में विधेयक पारित होने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है। इस बीच असम में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को अगले 48 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है।