कंगना के दफ्तर पर BMC ने चलाया JCB तोडा दफ्तर, आखिर क्यों डर रही है ठाकरे सरकार, कुछ तो जरूर है!, कंगना बोलीं- याद रख बाबर, फिर बनेगा यह मंदिर
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में कुछ तो ऐसा है तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना सरकार की गले की हड्डी बनी हुई है। ठाकरे सरकार की गर्दन कहीं तो जरूर फंसी हुई है, जो पार्टी के सारे सांसद, विधायक, प्रवक्ता और मंत्री ड्रग मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकर चुकी रिया चक्रवर्ती के खिलाफ बोलने वालों पर मोर्चा खोल देते हैं। सुशांत मामले में बेबाक कंगना रनौत के खिलाफ शुरू में पार्टी के सांसद संजय राउत अनाप-शनाप बकते रहे हैं। हरामखोर तक कहने वाले राउत को उद्धव ठाकरे प्रमोट भी कर देते हैं। राज्य में मंत्री अनिल देशमुख कंगना को मुंबई आने पर देख लेने की बात करते हैं। पार्टी के नेता राज्य में कंगना के खिलाफ प्रदर्शन करने लगते हैं। इतना सब होने के बाद भी कंगना के तेवर ढीला ना पड़ने पर ठाकरे सरकार बीएमसी को मोर्चे पर लगा देती है।
मणिकर्णिका फ़िल्म्ज़ में पहली फ़िल्म अयोध्या की घोषणा हुई, यह मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहाँ बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा, जय श्री राम , जय श्री राम , जय श्री राम ? pic.twitter.com/KvY9T0Nkvi
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020
BMC बिना बताए ऑफिस में आकर पहले तो वहां पर लोगों को डराने-धमकाने का काम किया, फिर ऑफिस पर अवैध निर्माण तोड़ने का नोटिस लगा तुरंत बाद ऑफिस तोड़ने का काम शुरू कर देता है। नोटिस लगाने के तुरंत बाद जिस तरह से बीएमसी ने तत्काल कार्रवाई की, उसपर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। कंगना ने इस कार्रवाई को बॉम्बे हाईकोर्ट में चुनौती दी है और बीएमसी की तुलना बाबर से की है।
Babur and his army ?#deathofdemocracy pic.twitter.com/L5wiUoNqhl
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020
Pakistan…. #deathofdemocracy pic.twitter.com/4m2TyTcg95
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020
I am never wrong and my enemies prove again and again this is why my Mumbai is POK now #deathofdemocracy ? pic.twitter.com/bWHyEtz7Qy
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020
There is no illegal construction in my house, also government has banned any demolitions in Covid till September 30, Bullywood watch now this is what Fascism looks like ?#DeathOfDemocracy #KanganaRanaut
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020
सुशांत मामले में जिस तरह से खान मार्केट गैंग और पेड पक्षकार सरकार और रिया चक्रवर्ती के पक्ष में उठ खड़े हुए हैं वो काफी दिलचस्प है। इससे आम लोगों को लग रहा है कि मामले में कुछ तो ऐसा जरूर है जिससे पूरी की पूरी सरकार डरी हुई है। पेड प्रमोशनल स्टोरी की जा रही है। बॉलीवुड के तमाम कथिथ सेकुलर-लिबरल एक्टर और प्रोपगेंडा पक्षकार ड्रग मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर चुकी रिया के पक्ष में पीआर माहौल बनाने में जुटे हुए हैं। सवाल उठता है आखिर क्यों?
This is the time for all media people who still have a conscience to call out those who have silenced or sold theirs. One must applaud this woman for her courage and integrity. Hope she inspires others to speak out. https://t.co/ecQlji45Zb
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) September 9, 2020
Everyone loves a witch hunt as long as it's someone else's witch being hunted.
Walter Kirn https://t.co/u1Tjjvran8— Sonam K Ahuja (@sonamakapoor) September 8, 2020
So this isn’t his case he says.
So she was neither a gold digger, nor murderer but she consumed/transferred drugs. Toh yeh case jiska bhi tha usko mubarak ho. Coz Sushant ko toh nahi but un logo ko pakka justice mil gaya hoga. Mubarak Ho ?? https://t.co/OBX5KYZ0ya— taapsee pannu (@taapsee) September 8, 2020
Not abetment of suicide, not money laundering, not murder? Now I know why marijuana is not legalised in India yet.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) September 8, 2020
किसी देश, समाज और सभ्यता को ख़त्म करना हो तो उसे ग़फ़लत में डाल दो।
आज एक मुठ्ठी चरस पर 130 करोड़ लोग झूम रहे हैं।
लाखों कोरोना के मरीज़,दम तोड़ते अस्पताल, बेरोज़गार युवा,ख़ुदकुशी करते किसान।
आप नशे में हैं और सत्ता के सात ख़ून माफ़
वो आप पर 50 नहीं 500 साल राज करेंगे
दम मारो,दम!— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) September 8, 2020
आज की रात उन तमाम अफ़सरों के नाम जिनके रिया जैसी बेटी होगी लेकिन उन्हे एक मासूम को फँसाने में शर्म महसूस नहीं होती ।
— ashutosh (@ashutosh83B) September 8, 2020
The daughter of an Indian Army officer has been arrested today on the demand of the Indian media who acted as a lynch mob. Shame on us!!!
— Tavleen Singh (@tavleen_singh) September 8, 2020