चोट का निशान दिखाते हुए बोले Republic TV के एडिटर इन-चीफ अर्नब गोस्वामी- मुझे पुलिस ने घेरा, मारपीट की
मुंबई। वर्ष 2018 के एक पुराने मामले में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा बुधवार सुबह गिरफ्तार किए गए रिपब्लिक TV के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। गोस्वामी को इंटीरियर डिजाइनर आज्ञा नाइक को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के दो साल पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है।
रिपब्लिक TV के संपादक अर्नब गोस्वामी ने चोट के निशान दिखाते हुए बुधवार शाम को कहा, ”पुलिसकर्मियों ने मुझे चारों ओर से घेरा, मुझे धक्का दिया। मैं यहां बिना जूते के हूं…मेरे साथ मारपीट की गई है।” इस दौरान, उनके आसपास मुंबई पुलिसकर्मी मौजूद थे, जो उन्हें थाने लेकर जा रहे थे।
#WATCH महाराष्ट्र: रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी ने चोट के निशान दिखाते हुए बताया, "पुलिसकर्मियों ने मुझे चारों ओर से घेरा, मुझे धक्का दिया। मैं यहां बिना जूते के हूं…मेरे साथ मारपीट की गई है।"
(वीडियो सोर्स-रिपब्लिक टीवी) pic.twitter.com/UONIiZm3QH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 4, 2020
इससे पहले, अर्नब गोस्वामी के वकील ने भी बताया था कि उनकी गिरफ्तारी की जानकारी उनकी पत्नी को नहीं थी। उनके साथ दो पुलिस अधिकारियों ने मारपीट की। उनके परिवार के सदस्यों को धक्का दिया गया और घर को 3 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। उनके बाएं हाथ पर खरोंच है और उनके हाथ पर मौजूदा चोट के चलते लगी पट्टी को हटाने की कोशिश भी की गई।
गौरतलब है 53 वर्षीय इंटीरियर डिज़ाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक मई 2018 में अलीबाग तालुका के कावीर गांव में अपने फार्महाउस पर मृत पाए गए थे। अन्वय फर्स्ट फ्लोर पर मृत पाए गए, जबकि उनकी मां का शव ग्राउंड फ्लोर पर मिला था। इसके बाद 48 वर्षीय अन्वय की पत्नी अक्षता नाइक ने मामला दर्ज कराया था। उस घटना के बाद जो सुसाइड नोट मिला, उसमें मृतक ने आरोप लगाया था कि उसे और उसकी मां को अपनी जिंदगी समाप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि उन्हें अर्नब गोस्वामी और दो अन्य फिरोज शेख और नितेश सरदा के द्वारा 5.40 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया।
Congress and its allies have shamed democracy once again.
Blatant misuse of state power against Republic TV & Arnab Goswami is an attack on individual freedom and the 4th pillar of democracy.
It reminds us of the Emergency. This attack on free press must be and WILL BE OPPOSED.
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2020
भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा की तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे सत्ता का “खुल्लम-खुल्ला दुरुपयोग” बताया जो आपातकाल की याद दिलाता है। नड्डा ने ट्वीट में कहा कि भारत ने आपातकाल के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को माफ नहीं किया, प्रेस की आजादी पर हमले के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भी कभी माफ नहीं किया। उन्होंने कहा, ”और अब पत्रकारों के खिलाफ राज्य की सत्ता का इस्तेमाल किए जाने के लिए भारत, सोनिया और राहुल गांधी को फिर दंडित करेगा।” वहीं, शाह ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ”कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को कलंकित किया है। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ सत्ता का खुल्लम-खुल्ला दुरुपयोग व्यक्तिगत आजादी और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है।”
India didn’t forgive Indira Gandhi for the Emergency. India never forgave Rajiv Gandhi for his assault on press freedom. And now, India will again punish Sonia-Rahul Gandhi for their brazen and intimidating use of state power to get equal with journalists.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) November 4, 2020
Every person who believes in a free press and freedom of expression is furious at the Maharashtra Government’s bullying and harassment of Arnab Goswami. This is yet another instance of Sonia and Rahul Gandhi-directed antic of silencing those who disagree with them. Shameful!
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) November 4, 2020