कोरोना वायरस से 6 लोग संक्रमित, दिल्ली समेत देश के हिस्से में कई लोग प्रभावित, संक्रमित व्यक्ति आइसोलेशन में, 4 देशों का वीजा निलंबित
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के फैलाव की आशंका के मद्देनजर एहतियाती तौर पर उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा में दो निजी स्कूलों ने मंगलवार से अगले कुछ दिन के लिए अपने यहां कक्षाएं बंद कर दी हैं। वहीं दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए व्यक्ति के परिजन सहित अन्य कई लोगों को पृथक या आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही सरकार ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए और चार देशों के नागरिकों के लिए सामान्य एवं ई-वीजा पर रोक लगा दी है।
अधिकारियों ने बताया कि जयपुर से इटली के जिस पर्यटक का नमूना पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजा गया था, वह पॉजिटिव आया है। इस पर्यटक के पहले दो नमूनों की जांच रिपोर्ट में कुछ दिक्कत आयी थी। इसके साथ ही देश में अभी तक कोविड-19 के संक्रमण के छह मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से तीन मरीज केरल के थे जिनका इलाज हो चुका है और वे स्वस्थ हो गए हैं। इटली के 69 वर्षीय पर्यटक की पत्नी के नमूने की जांच भी मंगलवार को पॉजिटिव आयी है। लेकिन उसके नमूने को फिर से जांच के लिए पुणे भेजा गया है। दंपति को फिलहाल जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दंपति के साथ उस समूह में मौजूद इटली के 21 पर्यटकों और तीन भारतीय टूर ऑपरेटरों को दिल्ली स्थित कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिए बने आईटीबीपी के क्वारेंटिन (पृथक रहने की) सेंटर में रखा गया है। सोमवार को और दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद PM नरेन्द्र मोदी ने इससे निपटने के लिए की गई तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे घबराएं नहीं और सामान्य एहतियात बरतें।
कॅरोना वायरस से चीन के जिन लोगों में संक्रमण होने की संभावना है या जो संक्रमित लोग हैं,उनकी जीवन रक्षा केलिए पतंजलि योगपीठ सहयोग करने के लिए तैयार है चीन को हम यह गिलोय, तुलसी आदि आयुर्वेदिक औषधियां उपलब्ध कराने के लिए तत्पर हैं। pic.twitter.com/YpaCL7ZFH3
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) March 3, 2020
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के मयूर विहार के जिस व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है उसे रविवार की रात सफदरजंग अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती किया गया है। यह व्यक्ति इटली से दिल्ली आया था। नोएडा के जिस स्कूल में इस संक्रमित व्यक्ति का बच्चा पढ़ता है उसने अपने यहां चार से छह मार्च तक कक्षाएं बंद रखने की घोषणा कर दी है। वहीं एक अन्य स्कूल ने नौ मार्च तक कक्षाएं बंद रखने की बात कही है। हालांकि स्कूल ने अभिभावकों को भेजे गए संदेश में स्पष्ट किया है कि इससे बोर्ड परीक्षाएं प्रभावित नहीं होंगी।
नोएडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मयूर विहार में रहने वाले इस व्यक्ति ने पिछले सप्ताह अपने बच्चे के जन्मदिन की पार्टी दी थी। उस दौरान कई लोग उसके संपर्क में आए थे। श्री भार्गव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऐसे पांच छात्रों का नमूना लेकर उसे जांच के लिए एनसीडीसी (राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र) भेजा गया है। रिपोर्ट आज बाद में आने की संभावना है। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।’’ उन्होंने बताया कि स्कूल को खाली करा दिया गया है। परिसर को साफ कराया जा रहा है। वहां धूमन हो रहा है। छात्रों और उनके अभिभावकों को एहतियात बरतने को कहा गया है।
तेजी से फैल रहा है कोरोना वायरस बचने के लिए अपनाएं यह सरल उपाय@yogrishiramdev #HealthTips #Coronavirus #Yoga pic.twitter.com/WGoX4hlJmC
— Patanjali Yogpeeth, Haridwar (@pyptharidwar) March 3, 2020
अधिकारियों ने बताया कि पेशे से अकाउंटेंट इस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले परिवार के कुछ सदस्यों को दिल्ली और आगरा में उनके घरों में पृथक रखा गया है। आगरा से छह अन्य लोगों में ‘तेज बुखार के लक्षण’ के बाद उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रखा गया है और उनके नमूनों को जांच के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के माध्यम से उन लोगों का पता लगाया जा रहा है जो इन छह लोगों के संपर्क में आए थे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा कि दिल्ली के संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए आगरा के दो निवासियों में कोरोना वायरस के लक्षण पाये गए हैं। बयान के अनुसार, ‘‘अभी तक 23 लोगों की पहचान की गई है और 13 लोगों की रिपोर्ट आ गई है। इनमें से छह लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है और उनके नमूनों को पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा जा रहा है। सभी छह संदिग्ध मरीजों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिन 10 लोगों के नमूने एनसीडीसी, दिल्ली भेजे गए हैं, उनकी रिपोर्ट का इंतजार है।’’
गरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आगरा के पर्यटन स्थलों के हॉस्टलों को कहा गया है कि वे इटली, ईरान या चीन से उनके यहां पर्यटक आने की स्थिति में तुरंत इसकी सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दें ताकि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उनकी जांच की जा सके। जिस दूसरे व्यक्ति के संक्रमित होने की सोमवार को पुष्टि हुई है वह बेंगलुरु का 24 वर्षीय आईटी पेशेवर है। वह हाल ही में दुबई और बेंगलुरु गया था और अब उसे हैदराबाद के सरकारी गंगा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
15 out of 21 Italian tourists test positive for #coronavirus: Sources pic.twitter.com/J4Ki8gVlcz
— DD News (@DDNewslive) March 4, 2020
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलू ने कहा कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर के संपर्क में आने वाले सभी लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेन्द्र ने हैदराबाद में संवाददाताओं को बताया कि इस इंजीनियर ने पिछले महीने दुबई और हांगकांग के लोगों के साथ काम किया था और संदेह है कि उसी दौरान वायरस से संक्रमित हुआ होगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि तीन मार्च से पहले या तीन मार्च को इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के जिन लोगों को वीजा (सामान्य और ई-वीजा दोनों) जारी किया गया है और जिन्होंने अभी तक भारत में प्रवेश नहीं किया है वे सभी कोविड-19 के बढ़ते खतरे के मद्देनजर निलंबित रहेंगे।
जापान और दक्षिण कोरिया के जिन लोगों को तीन मार्च से पहले वीजा ऑन अराइवल जारी किया गया है और जिन्होंने अभी तक भारत में प्रवेश नहीं किया है, उन सभी के वीजा निलंबित किए जाते हैं। मंत्रालय ने कहा कि राजनयिकों, संयुक्त राष्ट्र और अन्य विश्व संगठनों के अधिकारियों, ओसीआई कार्डधारक और उपरोक्त देशों से आने वाले उड़ानों के चालक दल के सदस्यों को प्रवेश पर प्रतिबंध से छूट दी जाती है। हालांकि इन सभी के लिए भी मेडिकल जांच अनिवार्य है।
There is no need to panic. We need to work together, take small yet important measures to ensure self-protection. pic.twitter.com/sRRPQlMdtr
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2020
विमानन नियामक डीजीसीए ने सभी हवाई अड्डों और एयरलाइनों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि दक्षिण कोरिया, जापान और इटली से आने वाले विमान विसंक्रमण की प्रक्रिया से होकर गुजरें। यह प्रक्रिया दूसरी यात्रा के लिए यात्रियों के उसमें चढ़ने से पहले पूरी की जाए। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, किसी भी रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे सभी अंतरराष्ट्रीय विमानों के सभी यात्रियों को उदघोषणापत्र भरने को कहा गया है, जिसमें फोन नंबर और भारत में अपना पता बताने को कहा गया है। साथ ही उन्होंने कहां-कहां यात्रा की है यह भी बताने को कहा गया है।
उसमें कहा गया है, जिनपर प्रतिबंध लगाया गया है उनके अलावा चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, इटली, हांगकांग, मकाउ, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर और ताइवान से सीधे या किसी अन्य रास्ते आने वालों की प्रवेश पर ही मेडिकल जाचं अनिवार्य है। मंत्रालय ने कहा है कि इस परामर्श के जारी होने के साथ ही पिछले जारी सभी परामर्श निलंबित माने जाएंगे। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ कोविड 19 से निपटने की तैयारी की गहन समीक्षा की । विभिन्न मंत्रालय और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत आने वाले लोगों की जांच से लेकर त्वरित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के संबंध में है।’’
Had an extensive review regarding preparedness on the COVID-19 Novel Coronavirus. Different ministries & states are working together, from screening people arriving in India to providing prompt medical attention.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2020
कोरोना वायरस को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 25 अस्पतालों में 230 बिस्तरों वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन और शीर्ष अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक कर विस्तृत जानकारी ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, कैबिनेट सचिव ने मंगलवार को एक समीक्षा बैठक कर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित मंत्रालयों के सचिवों और राज्यों के मुख्य सचिवों तथा स्वास्थ्य सचिवों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बात की।
सिंगापुर के एक मालवाहक जहाज पर काम करने वाले भारतीय दंपति को मंगलवार को ओडिशा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चीन से ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पहुंचने के बाद पुरूष को हल्का बुखार होने के कारण यह कदम उठाया गया है। दंपति उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। ये लोग एक मार्च को परादीप पहुंचे हैं। महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में मुंबई और पुणे में सिर्फ छह लोगों को पृथक रखा गया है। राकांपा सांसद सुप्रिया सुले का कहना है कि राज्य में अभी तक संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि राज्य के 34 लोग ईरान में फंसे हुए हैं जहां संक्रमण बेहद खतरनाक तरीके से फैल रहा है।