पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बीजेपी का करारा पलटवार – सेना का मनोबल तोड़ने वाली ये वही कांग्रेस है जिसने बिना लड़े बेचारों की तरह जमीन सरेंडर की
न्यूज़ डेस्क। पूर्वी लद्दाख LAC पर गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद देश के लोगों में चीन को लेकर भारी गुस्सा है। लेकिन कांग्रेसी नेता सेना का मनोबल बढ़ाने या चीन को कुछ कहने के बजाय बार बार सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बाद अब पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं, जिसके बाद बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मनमोहन सिंह पर करारा पलटवार किया। JP नड्डा ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह उसी पार्टी से हैं जिसने बेचारों की तरह 43 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन चीन को सरेंडर कर दी थी। यूपीए शासन के देश ने बिना किसी लड़ाई के रणनीतिक और भौगोलिक सरेंडर देखा गया।
Dr. Manmohan Singh belongs to the same party which:
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
Helplessly surrendered over 43,000 KM of Indian territory to the Chinese!
During the UPA years saw abject strategic and territorial surrender without a fight.
Time and again belittles our forces.
एक अन्य ट्वीट में बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि काश डॉ सिंह तब चीन को लेकर चिंतित होते जब बतौर प्रधानमंत्री उन्होंने भारत की सैकड़ों किलोमीटर भूमि चीन को सौंप दिया था। उनके समय में 2010 से 2013 के बीच चीन ने 600 से ज्यादा बार LAC का अतिक्रमण किया।
One only wishes that Dr. Singh was as worried about Chinese designs when, as PM, he abjectly surrendered hundreds of square kilometres of India’s land to China. He presided over 600 incursions made by China between 2010 to 2013!
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
पूर्व प्रधानमंत्री की बखिया उघेड़ते हुए डॉ नड्डा ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह कई विषयों पर अपनी राय रख सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की अपनी जिम्मेदारियों पर नहीं। यूपीए के समय प्रधानमंत्री कार्यालय की गरिमा घटी और हमारी सेनाओं का अपमान हुआ। एनडीए ने उसे बदला है।
Dr Manmohan Singh can certainly share his wisdom on many subjects but the responsibilities of the office of the Prime Minister isn’t one of them. UPA personified systematic institutional erosion of that office, combined with disrespect for our armed forces. NDA has reversed that!
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह और कांग्रेस पार्टी को हमारी सेनाओं का बार-बार अपमान बंद कर देना चाहिए। ऐसा आप लोग एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी कर चुके हैं। कृपया राष्ट्रीय एकता का सही अर्थ समझिए। खासकर ऐसे समय में। सुधरने के लिए कभी देर नहीं होती।
Dear Dr. Singh and Congress Party,
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
Please stop insulting our forces repeatedly, questioning their valour. You did this post the air strikes and surgical strikes.
Please understand the true meaning of national unity, especially in such times.
It’s never too late to improve.
एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का बयान सिर्फ शब्दों का खेल है। दुर्भाग्य से, कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं का आचरण देखकर किसी भारतीय को उनके बयान पर भरोसा नहीं होगा। याद रहे, यह वही कांग्रेस है जो हमेशा हमारे सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने का काम करती है।
Former PM Dr. Manmohan Singh’s statement is mere wordplay.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
Sadly, the conduct and actions of top leaders of the Congress party will not make any Indian believe such statements.
Remember, this is the same INC that always questions & demoralises our armed forces.
JP नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री पर निशाना साधने हुए कहा कि मनमोहन सिंह एकता की बात करते हैं जो सही है। लेकिन कागज पर उनके शब्द धरातल पर बेजान हो जाते हैं जब हम देखते हैं कि कौन एकता के माहौल को खराब कर रहा है। आशा है कि कम से कम डॉ सिंह की अपनी पार्टी में तो बात सुनी जाएगी।’
Dr. Manmohan Singh, rightly, calls for unity.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
Again, the strong words on paper fall flat when we see exactly who is vitiating the atmosphere of unity…
Hope Dr. Singh is able to prevail on his own party at least. pic.twitter.com/rn8vBsCSjG
बीजेपी अध्यक्ष JP नड्डा ने कहा कि भारत पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विश्वास और उनका समर्थन करता है। संकट की घड़ी में 130 करोड़ देशवासियों ने उनका प्रशासनिक अनुभव देखा है कि किस तरह से उन्होंने हमेशा देशहित को सबसे ऊपर रखा है।
India fully trusts and supports PM @narendramodi. 130 crore Indians have seen his administrative experience in some of the most testing times, particularly how he has always put the well-being of the nation over and above everything else.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
डॉ. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा कि आज हम इतिहास के नाजुक मोड़ पर खड़े हैं। हमारी सरकार के निर्णय और सरकार के कदम तय करेंगे कि भविष्य की पीढ़ियां हमारा आकलन कैसे करें। जो देश का नेतृत्व कर रहे हैं, उनके कंधों पर कर्तव्य का गहन दातित्व है। हमारे प्रजातंत्र में यह दायित्व प्रधानमंत्री का है। प्रधानमंत्री को अपने शब्दों और ऐलानों से देश की सुरक्षा और भू-भागीय हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति हमेशा सावधान होना चाहिए। मनमोहन सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार से आग्रह है कि वो वक्त की चुनौतियों का सामना करें और कर्नल बी. संतोष बाबू व हमारे सैनिकों की कुर्बानी की कसौटी पर खरा उतरें, जिन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा व भूभागीय अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इससे कुछ भी कम जनादेश से एतिहासिक विश्वासघात होगा।