ग्रैंड चैलेंजेस की वार्षिक कार्यक्रम में बोले मोदी – देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है, ठीक होने की दर 88% है, क्योंकि भारत ने सबसे पहले लॉकडाउन लागू किया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि आज भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है और इससे ठीक होने की दर 88 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए संभव हो सका क्योंकि भारत ने सबसे पहले लॉकडाउन लगाया और लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया।
Speaking at the Grand Challenges Annual Meeting 2020. https://t.co/zg6lsCO8II
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2020
ग्रैंड चैलेंजेस की वार्षिक बैठक को वीडियो कांफ्रेस से संबोधित करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में मोदी ने कहा कि कोविड संक्रमण का टीका विकसित करने के मामले में हम अग्रिम मोर्चे पर है और इनमें से कुछ तो एडवांस स्टेज (अग्रिम स्तर) पर हैं। उन्होंने कहा कि आज हम देख रहे है कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले प्रति दिन घट रहे हैं और इसकी वृद्धि की दर में भी कमी आई है। भारत में आज ठीक होने की दर भी 88 प्रतिशत हो गई है।
We are setting up more medical colleges especially in rural areas. This ensure more opportunities for the youth. It brings better healthcare to our villages.
We are running the world's largest health insurance scheme and ensuring access to everyone: PM Shri @narendramodi pic.twitter.com/iXVC5LNGnw
— BJP (@BJP4India) October 19, 2020
उन्होंने कहा, ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि भारत लॉडाउन लागू करने वाला पहला देश था। भारत पहले देशों में था जिसने मास्क के इस्तेमाल को लेकर लोगों को प्रोत्साहित किया। संक्रमण का पता लगाने के लिए भारत ने प्रभावी तरीके से काम किया और रेपिड एंटीजन जांच शुरू करने वाले पहले देशों में
We have made many interventions which are contributing to a better healthcare system.
∙ Take sanitation.
∙ Improved cleanliness.
∙ More toilet coverage.
It helps the poor and under-privileged.
It leads to a reduction in diseases: PM Shri @narendramodi
— BJP (@BJP4India) October 19, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा, हम यहीं रूकने वाले नहीं हैं। हम टीका वितरण का तंत्र भी विकसित कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि भारत ने स्वच्छता बढ़ाने और शौचालयों की संख्या बढ़ाने समेत अनेक प्रयास किए हैं जो बेहतर स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में योगदान दे रहे हैं।
I wish you all fruitful & productive discussions over the next three days, I hope to see many exciting and encouraging new solutions coming out of this grand challenging platform: PM @narendramodi
— BJP (@BJP4India) October 19, 2020
ग्रैंड चैलेंजेस पिछले 15 वर्षों से स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में चुनौतियों का समाधान करने में नवाचार के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। ग्रैंड चैलेंजेस इंडिया की स्थापना भारत सरकार के जैव-तकनीकी विभाग और बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की साझेदार से 2012 में किया गया था।