जम्मू-कश्मीर में कहीं भी नहीं है धारा 144, 5 अगस्त के बाद पुलिस फायरिंग में नहीं गई एक भी जान : अमित शाह
नई दिल्ली। आज हंगामे के बीच राज्य सभा में जम्मू-कश्मीर के विषय पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आंकड़े पेश किए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट बहाली पर फैसला स्थानीय प्रशासन सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद अपने स्तर पर लेगा। शाह ने कहा कि इंटरनेट को जल्दी चालू करना चाहिए, इस बात से मैं सहमत हूं, लेकिन जब देश की सुरक्षा का सवाल है तो प्रथमिकता तय करनी पड़ती है। जब प्रशासन को सही लगेगा तो इस पर विचार करेंगे।
5 अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर में एक भी व्यक्ति की पुलिस फायरिंग में मौत नहीं हुई है।
144 के तहत लगाए गए सारे प्रतिबंध सभी 195 थानों से हटा दिए गए।
पिछले साल पत्थरबाजी की 802 घटनाएं हुई थीं और इस बार 544 घटनाएं हुई हैं।
घाटी में सभी 20,411 स्कूल खुले हैं: श्री @AmitShah pic.twitter.com/ydF8RmxYg8
— BJP (@BJP4India) November 20, 2019
अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आज सभी 195 थानों में कहीं पर धारा 144 नहीं है। सिर्फ एहतियात के तौर पर रात को 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कुछ थानों में लागू किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में दवाई की पर्याप्त उपलब्धता है, अस्पतालों में काफी संख्या में लोग OPD में आ रहे हैं। कहीं भी स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में कोई दिक्कत नहीं है।
जम्मू-कश्मीर में दवाइयों की उपलब्धता पर्याप्त है।
दवाइयों की मोबाइल वैन और अस्पतालों में दवाइयों की दुकानों में पर्याप्त संख्या में दवाइयां उपलब्ध हैं।
श्रीनगर में सितंबर 2019 में 7 लाख 67 हजार की OPD हुई थी और अक्टूबर में 7 लाख 91 हजार की: श्री अमित शाह, राज्य सभा में pic.twitter.com/pLdqCvncWM
— BJP (@BJP4India) November 20, 2019
श्री शाह ने आगे कहा कश्मीर के हालात पूरी तरह सामान्य हो चुके है। देश-दुनिया में कई तरह की भ्रांतिया इस बारे में फैली हुई है। राज्य में 5 अगस्त के बाद पुलिस फायरिंग की वजह एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई है। उन्होंने कहा कि पत्थरबाजी की घटनाओं में पिछले साल के मुकाबले कमी आई है। सभी स्कूल खुले है। परीक्षा अच्छे तरीके से ली जा रही है। सभी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र खुले हैं।