सुशांत केस में कंगना रनौत – शिवसेना विवाद ने पकड़ा तूल, बचाव में उतरी राष्ट्रीय महिला आयोग, पिता ने जतायी चिंता, मोदी सरकार से मांगी सुरक्षा

न्यूज़ डेस्क। सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में बेबाक टिप्‍पणियों के कारण अभिनेत्री कंगना रनौत और शिवसेना के बीच ट्विटर वॉर ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को कंगना ने ट्वीट कर कहा था कि वह 9 सितंबर को मुंबई जा रही हैं, किसी में हिम्‍मत हो ताे रोक ले। इसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने जवाब दिया था कि मुंबई मराठियों की है। वहीं शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने कंगना रनौत को मुंबई आने पर मुंह तोड़ने की धमकी दी। इसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग और बीजेपी के कई विधायक कंगना के बचाव में उतर आए हैं। वहीं उनके पिता ने केंद्र सरकार से सुरक्षा की मांग की है।

शिवसेना विधायक की गिरफ्तारी की मांग

अभिनेत्री कंगना रनौत के बचाव में उतरे राष्ट्रीय महिला आयोग ने धमकी देने वाले शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक की गिरफ्तारी की मांग की। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि उन्होंने इसका संज्ञान लिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मुबई पुलिस आयुक्त, उन्हें (विधायक) तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।” बाद में मुंबई के पुलिस आयुक्त एसके जायसवाल को भेजे पत्र में रेखा शर्मा ने कहा कि जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा एक महिला को ‘धमकी देने’ का महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आयोग यह सलाह देता है कि प्रताप सरनाईक के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाए और इस बारे में आयोग को जल्द सूचित किया जाए।”

शिवसेना विधायक ने कंगना को दी थी मुंह तोड़ने की धमकी

दरअसल शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि सांसद संजय राउत ने कंगना को नम्रता भरे शब्दों से समझा दिया है। अगर फिर भी वो यहां आती हैं तो हम उसका मुंह तोड़ देंगे। मैं गृह मंत्री से मांग करता हूं कि कंगना के खिलाफ राज द्रोह का केस दर्ज हो क्योंकि उन्होंने इंडस्ट्रियल और सेलिब्रिटी बनाने वाली मुंबई की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से तुलना की है।

कंगना के पिता ने बेटी की सुरक्षा को लेकर जतायी चिंता

शिवसेना विधायक से धमकी मिलने के बाद अभिनेत्री कंगना के पिता अमरदीप सिंह रनौत का कहना है वह बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कंगना से मिलने मनाली जा रहे हैं। मुंबई जाने पर कंगना से चर्चा करेंगे। उन्‍होंने केंद्र सरकार से मांग की कि कंगना को सुरक्षा उपलब्ध करवाए। उन्‍होंने कहा कंगना की सुरक्षा में निजी सुरक्षा कर्मी बढ़ाए जाएंगे।

कंगना की सुरक्षा RPI करेगी- आठवले

अभिनेत्री कंगना रनौत को शिवसेना की धमकी के बाद आरपीआई अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले कंगना के समर्थन में आगे आए हैं। आठवले ने कहा कि कंगना की सुरक्षा आरपीआई करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख की कंगना को मुंबई में रहने का अधिकार नहीं होने वाली भूमिका लोकतंत्र विरोधी है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार कंगना को मुंबई में रहने का अधिकार है। इसलिए कंगना के मुंबई आने के बाद किसी ने कोई विरोध किया तो RPI उन्हें सुरक्षा देगी। आठवले ने कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को टिप्पणी करने का अधिकार है। कंगना ने मुंबई पर नहीं बल्कि राज्य सरकार पर टिप्पणी की है।

मुंबई किसी के बाप की जागीर नहीं- भाजपा विधायक

उधर, कंगना रणौत पर शिवसेना नेता की टिप्‍पणी के बाद हिमाचल के भाजपा विधायक उनके समर्थन में आ गए हैं। जिला मंडी के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक कर्नल इंद्र सिंह ने कहा मुंबई किसी के बाप की जागीर नहीं हैं। मुंबई में जब आतंकी हमला हुआ था तो शिवसेना व संजय राउत कहां थे? देश के हर कोने के वीरों ने उस समय मुंबई की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था। मुंबई पर सबका हक है। संजय राउत ने कंगना रणौत को धमकी देकर अपनी संकुचित मानसिकता का परिचय दिया है।

मुंबई क्या शिवसेना का खानदानी प्रदेश है ? – अनिल विज

अपने बेबाक बयानों के लिए प्रसिद्ध भाजपा नेता और हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अब कंगना बनाम शिवसेना विवाद में कूद पड़े हैं। उन्होंने शिवसेना को चेतावनी देते हुए कहा कि शिवसेना नेता किसी को सच बोलने से रोक नहीं सकते। विज ने शनिवार को शिवसेना पर जोरदार हमला करते हुए पूछा कि मुंबई क्या शिवसेना का खानदानी प्रदेश है, क्या ये उनके पिताजी की है? मुंबई भारत का हिस्सा है और कोई भी वहां जा सकता है। जो इस प्रकार की धमकियां देते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।अनिल विज ने कहा कि कंगना रनौत को पुलिस सुरक्षा दी जाए। उसे खुलकर सच बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। आप किसी को सच बोलने से रोक नहीं सकते।

कंगना को लेकर भिडीं फडणवीस की पत्नी और शिवसेना प्रवक्ता

इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मुद्दा उठाने को लेकर बीजेपी और शिवसेना फिर इस मसले पर आमने सामने है। शिवसेना की कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने ठाणे में कंगना रनौत के पोस्टर के साथ प्रदर्शन किया और इस दौरान पोस्टर पर चप्पल भी बरसाए। अमृता का ट्वीट इसी से सम्बन्धित माना जा रहा है। हालांकि, बीजेपी की स्थानीय इकाई ने कंगना के मुंबई की पीओके से तुलना किए जाने वाले बयान से किनारा कर लिया है, लेकिन अमृता फणनवीस के बयान ने इसमें फिर से घी डाल दिया। शिव सेना की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने अमृता को उनके इस बयान के लिए आड़े हाथों लिया है।

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