किसान आंदोलन : किसान नेताओं ने ठुकराया संशोधन प्रस्ताव, कहा- बहुत चर्चा हुई, लिखित में जवाब चाहिए, अगली बैठक 9 दिसंबर को
नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली में किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। लगातार दसवें दिन किसान अपनी मांगों को लेकर बैठे हुए हैं। आज किसानों और सरकार के बीच पांचवें दौर की बातचीत जारी है। दिल्ली के विज्ञान भवन में चल रही इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और किसान नेता शामिल हैं। बैठक में किसान संगठनों के 40 प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
बैठक में सरकार ने कानून रद्द करने के अलावा कोई और रास्ता निकालने और संशोधन की बात रखी थी, लेकिन किसान नेता कृषि कानून रद्द कराने पर अड़े हैं और उन्होंने सरकार द्वारा दिए गए संशोधन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जिसे लेकर सरकार और किसान नेताओं के बीच टकराव की स्थिति है। किसान संगठनों ने बैठक में कहा कि हम सरकार से चर्चा नहीं, लिखित में ठोस जवाब चाहते हैं, अब तक बहुत चर्चा हो चुकी।
माननीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों की समस्याओं का निराकरण करते हुए। #FarmActs2020 #FarmLaws2020@nstomar @PRupala @KailashBaytu @PiyushGoyal @RailMinIndia @PiyushGoyalOffc @SomParkashBJP pic.twitter.com/tgeo4xsQeT
— Agriculture INDIA (@AgriGoI) December 5, 2020
पांचवे दौर की वार्ता के दौरान किसान नेता सरकार से बेहद नाराज दिखाई दिए। बैठक में किसान नेताओं ने कहा कि सरकार को तय करना है वो क्या चाहती है। उन्होंने सरकार से कहा कि आप बता दीजिए कि आप हमारी मांग पूरी करेंगे या नहीं। बैठक में किसान नेताओं का कहना था कि सरकार हमारी मांगों पर फैसला ले। इसके कुछ समय बाद किसान संगठन के नेता विज्ञान भवन में बैठक में मंत्रियों के सामने यस या नो प्ले कार्ड लेकर बैठ गए थे, इसके वाबजूद बैठक का कोई हल नहीं निकला है। अब किसानों और सरकार के बीच अगली बैठक 9 दिसंबर को होगी।
बैठक में कनाडा के प्रधानमंत्री के बयान का दिया हवाला
किसान नेताओं ने लंच ब्रेक के दौरान एक बार फिर चर्चा की कि तीनों कानून और एमएसपी का मुद्दा तो सरकार को मानना ही पड़ेगा। इससे कम पर हम नहीं मानेंगे। अधिकारी और मंत्री अलग से बातचीत कर रहे हैं। किसान संगठनों के नेताओं ने बैठक में कनाडा के प्रधानमंत्री के बयान का हवाला दिया। किसान नेताओं ने कहा कि नए कृषि कानूनों पर कनाडा के प्रधानमंत्री और वहां की संसद चर्चा कर रही है, लेकिन हमारी सरकार हमारी बात को नहीं सुन रही।
विज्ञान भवन में मीटिंग के दौरान किसानों ने लंगर से खाना मंगवाया और नीचे फर्श पर बैठकर खाया। किसानों के लिए लंच भी आया था और चाय भी। लंच में दाल, सब्जी और रोटी रही। किसानों के लिए लंच बंगला साहब गुरुद्वारे से पहुंचा। सरकार और किसान नेताओं की बैठक में 15 मिनट का टी ब्रेक भी हुआ। टी ब्रेक में किसान नेताओं ने अपना नाश्ता मंगाया।
सुबह हुई थी हाईलेवल बैठक
वहीं, भारतीय परिवहन संघ ने 8 दिसंबर से किसानों के समर्थन में हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है। गौरतलब है कि मीटिंस से पहले, किसानों के मुद्दे पर शनिवार सुबह गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे थे। किसान संगठनों के साथ पांचवें की दौर की बैठक से पहले ये बड़ी मीटिंग हुई थी। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मीटिंग में शामिल होने पहुंचे। इसके बाद PM मोदी और अमित शाह की फिर बैठक हुई थी।