‘लव जिहाद’ कानून पर बोले राजनाथ सिंह, ‘शादी के लिए धर्मांतरण का समर्थन नहीं करता, रूकना चाहिए
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश-2020 को मंजूरी दे दी तो वहीं इससे पहले भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में इस अध्यादेश को लागू किया गया था। इस अध्यादेश का समर्थन करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वो व्यक्तिगत रूप से किसी शादी के लिए धर्मांतरण का समर्थन नहीं करते हैं।
निजी न्यूज़ एजेंसी को दिए गए खास इंटरव्यू में रक्षा मंत्री ने कहा कि लोग सवाल करते हैं लेकिन मैं भी ये पूछना चाहता हूं कि धर्म परिवर्तन क्यों किया जाना चाहिए, क्या सामूहिक स्तर पर धर्म परिवर्तन नहीं रुकना चाहिए। जहां तक मेरी जानकारी है कि मुस्लिम धर्म में कोई दूसरे धर्म में शादी नहीं कर सकता है। वैसे मैं बता दूं कि व्यक्तिगत रूप से विवाह के लिए धर्मांतरण का समर्थन नहीं करता हूं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हाल ही में कई मामले सामने आए जब किसी से झूठ बोलकर शादी की गई और उसके बाद धर्म परिवर्तन के लिए दवाब डाला गया। नेचुरल शादी और जबरन शादी में अंतर होता है, मुझे लगता है कि इस तरहके कानून को लाने वाली सरकार इसके सभी पहुलओं पर विचार किया होगा। आपको ज्ञात हो कि इस अध्यादेश के तहत छल-कपट, प्रलोभन देकर या बलपूर्वक धर्मांतरण कराए जाने पर विभिन्न श्रेणियों के तहत सज़ा का प्रावधान किया गया है।
तो वहीं इससे पहले ‘लव जिहाद’ कानून को 27 नवंबर को यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंजूरी दी थी। जिसके तहत राज्य के कई शहरों में केस दर्ज किए गए हैं। जहां-जहां केस दर्ज हुआ है वो है बिजनौर, शाहजहांपुर, बरेली, मुजफ्फरनगर, मऊ, सीतापुर, हरदोई, एटा, कन्नौज, आजमगढ़ और मुरादाबाद।
राजनाथ सिंह ने इंटरव्यू में चीन-पाकिस्तान और किसान आंदोलन के बारे में भी बात की तो वहीं हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए DDC चुनाव में बीजेपी की जीत पर राजनाथ सिंह ने कहा कि आर्टिकल 370 के हटने के बाद हुए इस चुनाव का परिणाम ये साबित करता है कि वहां लोकतंत्र जीता है और अलगाववादियों-आंतकवाद की हार हुई है, वहां के लोग अब विकास चाहते हैं। मोदी सरकार पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए काम कर रही है।