नया संसद भवन का रास्ता साफ, मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना को सुप्रीम कोर्ट ने दिखाई हरी झंडी, तय समय पर बनेगा संसद भवन
नई दिल्ली। मंगलवार को देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) के तहत नया संसद भवन के निर्माण को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी है। जस्टिस ए एम खानविलकर की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच ने आज सुबह 10.30 ये फैसला सुनाया है, आपको हुआत हो कि अब तक कोर्ट ने इस प्रोजेक्ट के काम पर रोक लगा रखी थी लेकिन आज उसने मंजूरी दे दी है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर 5 नवंबर को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था।
गौरतलब है कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट लुटियंस दिल्ली का सबसे बड़ा और महत्वाकांक्षी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट है। इसके तहत भविष्य की जरूरतों के मद्देनजर एक नया और विशाल संसद भवन, एक केंद्रीय सचिवालय के अलावा कई इमारतें बनाई जानी हैं। इसके साथ ही राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक की तीन किलोमीटर के इलाके का नए सिरे से विकास होना है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा था कि जब तक वह सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को चुनौती देने वाली 10 याचिकाओं पर कोई फैसला नहीं सुना देता, सरकार इस प्रोजेक्ट पर कोई काम नहीं करेगी। हालांकि, अदालत ने 10 दिसंबर को इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने वाले ‘भूमि पूजन’ कार्यक्रम पर कोई रोक नहीं लगाई थी।
गौरतलब है कि नए भवन का निर्माण सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत किया गया था, जिसका ठेका टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को दिया गया है, जिसके बारे में ओम बिड़ला ने कहा था कि 75वें स्वतंत्रता दिवस तक नए संसद भवन तैयार हो जाएगा।
नए संसद भवन की खास बातें :
- नए संसद भवन में लोकसभा सदस्यों के लिए 888 सीटें होंगी और राज्यसभा सदस्यों के लिए 326 से अधिक सीटें होंगी।
- लोकसभा हॉल में 1224 से ज्यादा सदस्यों के एक साथ बैठने की व्यवस्था होगी।
- इसे 971 करोड़ रुपये की लागत से 64,500 वर्गमीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा।
- नया संसद भवन, पुरानी इमारत की तुलना में 17,000 वर्गमीटर बड़ा होगा। नई बिल्डिंग को डिजाइन एचसीपी ने किया है।
- नई इमारत में एक भव्य संविधान हॉल, संसद के सदस्यों के लिए एक लाउंज, पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, डाइनिंग एरिया और बड़ा पार्किंग स्थान होगा।
- नई बिल्डिंग में तीन फ्लोर होंगे जिसमें से एक ग्राउंड फ्लोर जबकि दो मंजिल उसके ऊपर होंगे।
- भवन का डिजाइन त्रिकोणीय होगा जिसका नजारा आसमान से देखने पर तीन रंगो की किरणों वाला होगा।
- संसद में टू सीटर बैंच होगी यानी कि एक टेबल पर दो सांसद बैठ सकेंगे।
- संसद की नई इमारत का निर्माण 2022 तक पूरा हो जाने की संभावना है। जबकि, पूरा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पूर्ण होने की समय-सीमा 2024 रखी गई है।