पश्चिम बंगाल सरकार ने चुनाव आयोग को भेजी रिपोर्ट में माना- कार का दरवाजा बंद होने से लगी ममता को चोट
न्यूज़ डेस्क। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विधानसभा चुनाव में सहानुभूति वोट पाने की कोशिश का पर्दाफाश हो गया है। नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी ने दावा कि उनपर चार-पांच लोगों ने हमला किया और उस समय उनके आसपास एक भी पुलिसवाले मौजूद नहीं थे। ममता ने आरोप लगाया था कि प्रचार के दौरान हमले में उनके एक पैर में चोट लगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ सुरक्षा बलों का पूरा काफिला चलता है। हर वक्त दर्जनों सुरक्षाकर्मी उन्हें अपने सुरक्षा घेरे में लिए रहते हैं। इसके बाद भी उनपर हमला होने की बात लोगों को हजम नहीं हो रही थी। उनकी पार्टी टीएमसी ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत भी की थी। लेकिन अब पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने ममता बनर्जी को लगी चोट पर चुनाव आयोग को जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें मुख्यमंत्री ममता पर किसी हमले का कोई जिक्र नहीं है।
TV9 Bharatvarsh की खबर पर अब पश्चिम बंगाल सरकार की भी मुहर-
पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी के चुनाव आयोग को सौंपी रिपोर्ट। रिपोर्ट में लिखा है-
"ममता बनर्जी को कार के दरवाजे से लगी चोट। दरवाज़े के पास लोहे के पिलर का भी ज़िक्र।" pic.twitter.com/mDhvnxpN77— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) March 13, 2021
मुख्य सचिव की ओर से चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि ममता बनर्जी पर किसी तरह के हमले के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी जब कार के फुटबोर्ड पर खड़ी थीं और लोगों का अभिवादन कर रही थीं, उसी दौरान अचानक ही मुख्यमंत्री की कार का दरवाजा बंद हो गया। इस कारण गाड़ी के दरवाजों से ही उनके पांव में चोट लगी।
सवाल ये है कि ममता बनर्जी ने इतना बड़ा झूठ क्यों बोला ? https://t.co/v4qoRyjyqy
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) March 13, 2021
सोशल मीडिया पर वायरल ममता बनर्जी को चोट लगने से पहले के वीडियो में देखा जा सकता है कि ममता बनर्जी कार के फुटबोर्ड पर खड़े होकर समर्थकों का अभिवादन स्वीकार कर रही हैं। कार के आसपास काफी भीड़ है। इसी दौरान धक्का लगने से उनको चोट लग गई है। वीडियो देखकर कहीं से नहीं लगता कि उनपर हमला किया गया है।