MP Global Investors Summit : गंगा विलास हमारी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का एक अनूठा अवसर देता है: प्रधानमंत्री

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया है। साथ ही साथ उन्होंने दावा किया कि 2014 के बाद भारत सुधार, परिवर्तन और प्रदर्शन के पथ पर अग्रसर है। वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ऐसे समय में हो रही है जब भारत ‘अमृत काल’ में प्रवेश कर चुका है। हम ‘विकसित भारत’ के निर्माण के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में मध्य प्रदेश की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। भक्ति और अध्यात्म से पर्यटन तक और कृषि से शिक्षा और कौशल विकास तक, एमपी अजब भी है, गजब भी और सजग भी है। उन्होंने कहा कि जब हम ‘विकसित भारत’ की बात करते हैं, तो बात देशवासियों की ‘आकांक्षा’ की ही नहीं, उनके ‘संकल्प’ की भी होती है।

मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के विकास और अभूतपूर्व प्रगति को लेकर न केवल भारतीय, बल्कि इस पूरी दुनिया का हर व्यक्ति और हर संगठन पूरी तरह आश्वस्त है। उन्होंने कहा कि एक स्थिर सरकार, एक निर्णायक सरकार और सही नीयत से चलने वाली सरकार ‘विकास’ को अभूतपूर्व गति देती है। देश के लिए हर जरूरी फैसले लेती है। बीते आठ वर्षों में हमने रिफॉर्म की गति और स्केल को लगातार बढ़ाया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आईएमएफ भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है। विश्व बैंक का कहना है, ‘भारत किसी भी अन्य अर्थव्यवस्था की तुलना में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है। यह सब भारत के मजबूत मैक्रो-इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से है।’ ओईसीडी का कहना है कि ‘भारत इस साल जी-20 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा’।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 8 वर्षों में हमने नेशनल हाईवे के निर्माण की गति दोगुनी की है। इस दौरान भारत में ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो चुकी है। भारत की ports handling capacity और port turnaround में अभूतपूर्व सुधार आया है। मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को ट्रैक करने वाली संस्थाओं और विश्वसनीय आवाजों का भारत में अभूतपूर्व विश्वास है। वैश्विक निवेशकों द्वारा भी यही आशावाद प्रदर्शित किया गया है। हाल के एक सर्वेक्षण के अनुसार, अधिकांश निवेशक भारत को पसंद करते हैं, और रिकॉर्ड एफडीआई इसका प्रमाण है। भारत के लिए यह आशावाद मजबूत लोकतंत्र, युवा जनसांख्यिकी और राजनीतिक स्थिरता से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि सदी में एक बार आने वाले संकट के दौरान भी भारत रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म के रास्ते पर था।

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