प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात को तोहफा, किसान सर्वोदय योजना, रोप-वे और अस्पताल का किया शुभारंभ, लॉन्च की 3500 करोड़ रु की योजना

न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को गुजरात में 3 बड़ी विकास परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ किया। इन 3 प्रोजेक्ट्स में किसान सर्वोदय योजना, गिरनार रोव-वे और अहमदाबाद में एक अस्पताल लोकार्पण शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के किसानों के लिए ‘किसान सूर्योदय योजना’ का शुभारंभ करते हुए कहा सुजलाम-सुफलाम और साउनी योजना के बाद अब सूर्योदय योजना गुजरात के किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि किसान सूर्योदय योजना में सर्वोच्च प्राथमिकता गुजरात के किसानों की आवश्यकता को दी गई है। बिजली के क्षेत्र में बरसों से गुजरात में जो काम हो रहे थे, वो इस योजना का बहुत बड़ा आधार बने हैं।

श्री मोदी ने कहा, “एक समय था जब गुजरात में बिजली की बहुत किल्लत रहती थी, 24 घंटे बिजली देना बहुत बड़ी चुनौती थी। बच्चों की पढ़ाई हो, किसानों के लिए सिंचाई हो, उद्योगों से कमाई हो, ये सबकुछ प्रभावित होता था। ऐस में बिजली के उत्पादन से लेकर ट्रांसमिशन तक, हर प्रकार की कैपेसिटी तैयार करने के लिए मिशन मोड पर काम किया गया। गुजरात देश का पहला राज्य था, जिसने सौर ऊर्जा के लिए एक दशक पहले ही व्यापक नीति बनाई थी।जब साल 2010 में पाटन में सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन हुआ था, तब किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि एक दिन भारत दुनिया को One Sun, One world, One Grid का रास्ता दिखाएगा। आज तो भारत सोलर पावर के उत्पादन और उपयोग, दोनों के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में है।”

PM मोदी ने कहा जो गांवों से नहीं जुड़े हैं, खेती से नहीं जुड़े हैं, उनमें से बहुत कम को ही पता होगा कि किसानों को सिंचाई के लिए ज्यादातर रात में ही बिजली मिलती है। ऐसे में खेत में सिंचाई के समय किसानों को रात-रात भर जागना पड़ता है। जूनागढ़ और गीर सोमनाथ जैसे इलाकों में, जहां से किसान सूर्योदय योजना शुरु हो रही है, वहां तो जंगली जानवरों का भी बहुत ज्यादा खतरा रहता है। इसलिए किसान सर्वोदय योजना, न सिर्फ राज्य के किसानों को सुरक्षा देगी बल्कि उनके जीवन में नया सवेरा भी लाएगी। किसानों को रात के बजाय जब सुबह सूर्योदय यानि 5 बजे से लेकर रात नौ बजे के दौरान थ्री फेज बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब इस योजना का पूरे गुजरात में विस्तार हो जाएगा, तो ये लाखों किसानों के जीवन को, उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को पूरी तरह बदल देगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘किसान सूर्योदय योजना’ के अलावा यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के साथ जुड़े पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल का भी उद्घाटन किया। साथ ही अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन की शुरुआत की। यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी का 470 करोड़ रुपये की लागत से विस्तार किया जा रहा है। जिससे यहां बिस्तरों की संख्या 450 से बढ़कर 1251 हो जाएगी। UN मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी देश का सबसे बड़ा एकल सुपर स्पेशलिटी कार्डियक शिक्षण संस्थान भी बन जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “बीते दो दशकों में गुजरात ने आरोग्य के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व काम किया है। चाहे वो आधुनिक अस्पतालों का नेटवर्क हो, मेडिकल कॉलेज हों या हेल्थ सेंटर्स हों, गांव-गांव को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ने का बहुत बड़ा काम किया गया है। बीते 6 सालों में देश में स्वास्थ सेवा से जुड़ी योजनाएं शुरू हुई हैं, उनका भी लाभ गुजरात को मिल रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत गुजरात के 21 लाख लोगों को मुफ्त इलाज मिला है। सस्ती दवाइयां देने वाले सवा 5 सौ से ज्यादा जनऔषधि केंद्र गुजरात में खुल चुके हैं। इसमें से लगभग 100 करोड़ रुपए की बचत गुजरात के सामान्य मरीज़ों को भी हुई है।”

इसके अलावा PM मोदी ने जूनागढ़ के गिरनार पर्वत पर बने रोप-वे परियोजना का उद्घाटन किया। इस रोप-वे के शुरू होने से गिरनार पर्वत के ऊपर बने अंबा जी मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 10 हजार सीढ़ियां चढ़ने से राहत मिलेगी। इस रोप-वे के शुरू होने के बाद महज 8 मिनट में इस सफर को तय किया जा सकेगा। साथ ही इस रोप-वे में 24 ट्रॉली लगाई जाएंगी। एक ट्रॉली में आठ लोग बैठेंगे। प्रति घंटे एक हजार श्रद्धालुओं को ले जाया जाएगा। रोप-वे की शुरुआत होने पर जूनागढ़ का गिरनार रोप-वे पर्यटन के क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।

PM नरेंद्र मोदी ने कहा, “गिरनार रोप-वे की सवारी एडवेंचर को भी बढ़ाएगी, उत्सुकता भी बढ़ाएगी। इस नई सुविधा के बाद यहां ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु आएंगे, ज्यादा पर्यटक आएंगे। हमारे दिव्यांग साथी, बुजुर्ग और बीमार साथियों को होने वाली परेशानी भी इससे बहुत कम हो जाएगी।” उन्होंने कहा कि गिरनार रोप-वे गुजरात का चौथा रोप-वे है। बनासकांठा में अंबाजी के दर्शन के लिए, पावागढ़ में, सतपूड़ा में तीन और रोप-वे पहले से काम कर रहे हैं।

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