बफर स्टॉक से राज्यों को 28 रुपए किलो प्याज देगी केंद्र सरकार, जमाखोरी रोकने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए, स्टॉक लिमिट घटाई

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली, मुंबई-चंडीगढ़ समेत देश के दूसरे शहरों में ऊंचे दामों से लोग बेहाल हैं। देश में प्याज 80 से 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने, और जमाखोरी रोकने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। थोक विक्रेताओं के लिए प्याज की स्टॉक लिमिट को 25 मीट्रिक टन और खुदरा व्यापारियों के लिए 2 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 22 अक्टूबर को मुंबई में खुदरा प्याज की कीमतें 86 रुपये किलो, चेन्नई में 83 रुपये किलो, कोलकाता में 70 रुपये किलो और दिल्ली में 55 रुपये किलो थीं।

कन्ज्यूमर अफेयर्स विभाग की प्रधान सचिव लीना नंदन ने कहा कि, हमने कीमत वृद्धि पर अंकुश लगाने के प्रयासों को तेज कर दिया है। हमने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से खुदरा हस्तक्षेप के लिये बफर स्टॉक से प्याज लेने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही हमने आज से प्याज के स्टॉक करने की सीमा तय कर दी है। इसके लिए एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है। होलसेलर्स के लिए 25 मिट्रिक टन स्टॉक लिमिट है और और खुदरा व्यापारियों के लिए 2 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है।

उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार ने विभिन्न राज्यों को उनकी जरूरत के हिसाब से प्याज की आपूर्ति की है। अब तक कीमतें स्थिर करने के लिए 35 मिट्रिक टन प्याज राज्यों को दी जा चुकी है। लीना नंदन ने कहा कि, एक देश के तौर पर प्याज के काफी बड़े उपभोक्ता हैं। कुछ ऐहतियाती कदम प्याज के उत्पादन को लेकर उठाए गए हैं, लेकिन सितंबर के दूसरे हफ्ते से प्याज की कीमतों में तुलनात्मक बढ़ोतरी दर्ज की गई। हमने इसका मुकाबला करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। यह पहली बार है जब हमने उस स्टॉक की कैलिब्रेटेड रिलीज़ द्वारा बढ़ती कीमत का ध्यान रखने के लिए 1 लाख मीट्रिक टन प्याज का बफर स्टॉक बनाया है।

उन्होंने कहा कि असम, आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु ने इसमें रुचि दिखाई है। ये राज्य बफर स्टॉक से कुल 8,000 टन प्याज ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय, अन्य राज्यों से प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है। केंद्र नासिक, महाराष्ट्र के बफर स्टॉक से 26-28 रुपये प्रति किलोग्राम की खरीद दर पर उन राज्यों को प्याज की पेशकश कर रहा है, जो अपने आप स्टॉक को उठाना चाहते हैं।

सचिव लीना नंदन ने कहा कि जिन राज्यों को प्याज पहुंचाये जाने की जरुरत है, उनके लिए कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम हो। उन्होंने कहा कि, खरीफ प्याज के मंडियों में जल्द ही पहुंचने की संभावना है और सरकार को उम्मीद है कि 37 लाख टन की अनुमानित खरीफ फसल उत्पादन के बाजार में आने के बाद बाजार में आपूर्ति बढ़ेगी, जिससे कीमतें कम होंगी। वहीं खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव सुधांशु पांडे ने कहा कि, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक में वर्षा के कारण प्याज की कीमत में वृद्धि हुई है।

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