सुपर साइक्लोन ‘महाचक्रवात’ में बदल चुका है ‘अम्फान’, 21 साल पहले आया था ऐसा घातक तूफान : NDRF
नई दिल्ली। ‘अम्फान’ चक्रवात अब ‘महाचक्रवात’ में बदल चुका है और यह गंभीर मामला है, इससे पहले सिर्फ 1999 में ओडिशा पहुंचा चक्रवातीय तूफान घातक था। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने सोमवार (18 मई) को यह बात कही। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ‘अम्फान’ जब 20 मई की सुबह या दोपहर तट पर दस्तक देगा तो वह अत्यधिक प्रचंड चक्रवातीय तूफान होगा।
वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका “अम्फान” बंगाल की खाड़ी के ऊपर और शक्तिशाली होकर धीरे-धीरे तट की तरफ बढ़ रहा है। यह अब प्रचंड चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है।
विभाग ने कहा कि यह उत्तर-उत्तरपूर्व की तरफ बढ़ेगा और 20 मई को तेजी से उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी पहुंचेगा और भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में दीघा और हटिया के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से टकराएगा।
Super Cyclone #CycloneAmphan over west-central and adjoining parts of South #BayOfBengal; #CycloneWarning for #WestBengal and north #Odisha coasts: ORANGE MESSAGE.#Cyclone
Source :: @IMDWeather pic.twitter.com/Eb30szAtlJ
— NDMA India (@ndmaindia) May 18, 2020
विशेष राहत आयुक्त PK जेना ने कहा कि इससे ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज रफ्तार हवाएं चलने की आशंका बढ़ गई है और राज्य सरकार ने संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मछुआरों से 21 मई तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है।
Reviewed the preparedness regarding the situation due to cyclone ‘Amphan.’ The response measures as well as evacuation plans were discussed. I pray for everyone's safety and assure all possible support from the Central Government. https://t.co/VJGCRE7jBO
— Narendra Modi (@narendramodi) May 18, 2020
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की जिसमें बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हो रहे चक्रवात ‘अम्फान’ को देखते हुए तैयारियों का जायजा लिया गया। उन्होंने चक्रवात से प्रभावित होने वाले राज्यों को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। बैठक के तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा कि वह हर किसी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव सहयोग का आश्वासन देते हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय PMO की तरफ से जारी एक बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री ने स्थिति की समीक्षा की और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा उठाए गए कदमों और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के बारे में जानकारी ली। बयान में बताया गया, ”प्रतिक्रिया योजना पर प्रस्तुतीकरण के दौरान एनडीआरएफ के महानिदेशक (SN प्रधान) ने सूचित किया कि NDRF की 25 टीमों को तैनात किया गया है, जबकि 12 अन्य को तैयार रखा गया है। देश के अन्य हिस्सों में NDRF की 24 अन्य टीमों को तैयार रखा गया है।” बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार Pk सिन्हा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी मौजूद थे।