120 साल में नहीं पड़ी इतनी ज्यादा गर्मी, अप्रैल में तो कुछ नहीं, आगे मई में तापमान 50 डिग्री के ऊपर पहुंचने के आसार: IMD
नई दिल्ली। मौसम विभाग ने शनिवार को कहा कि उत्तर भारत में तापमान 50 डिग्री के निशान को पार कर सकता है। मई आमतौर पर सबसे गर्म महीना होता है। IMD के महानिदेशक डॉ एम महापात्र ने ट्रेंड्स को देखते हुए यह अनुमान लगाया है। आईएमडी के शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा, “अप्रैल में उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में औसत अधिकतम तापमान पिछले 122 वर्षों में क्रमशः 35.90 डिग्री सेल्सियस और 37.78 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे अधिक है।” बिजली की खपत बढ़ने से कोयले की किल्लत के बीच इस हफ्ते देश के कई राज्यों को बिजली संकट का सामना करना पड़ा है।
- डॉ महामात्र ने कहा, “उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों के साथ दक्षिणपूर्वी प्रायद्वीप को छोड़कर भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक सामान्य वर्षा होने की संभावना है।”
- मई में पश्चिम मध्य और उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के उत्तरी हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान की संभावना है। देश के शेष हिस्सों में सामान्य से कम तापमान होने की संभावना है।
- मौसम कार्यालय के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, महाराष्ट्र के विदर्भ में अगले पांच दिनों तक लू चलने की संभावना है।
- पंजाब, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और तेलंगाना के उत्तरी हिस्सों में अगले तीन दिनों तक लू चलने की संभावना है।
- राष्ट्रीय राजधानी में 72 वर्षों में दूसरा सबसे गर्म अप्रैल दर्ज किया है। मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
- जहां देश के एक हिस्से में पारे में उछाल देखने को रहा है, वहीं अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और पूर्वोत्तर के कई अन्य हिस्सों में 3 मई तक भारी बारिश की संभावना है।
- पूरा राजस्थान इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है जहां शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान धौलपुर में 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ने की चेतावनी जारी की है।
- दो मई से राज्य के ऊपर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से दो-तीन मई को दोपहर बाद पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान के कुछ भागों में बादल गरजने के साथ 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।