भारत 8वीं बार UN General Assembly में 184 मतों से 2 साल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया
नई दिल्ली। भारत गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य निर्विरोध चुन लिया गया है। एशिया-प्रशांत श्रेणी की सीट से भारत आठवीं बार गैर-स्थायी सदस्य बना है। बहुपक्षीय प्रणालियों में सुधार के लक्ष्य के साथ भारत इस कार्यकाल का बेहतर उपयोग करके एक स्थायी सीट के अपने दावे को आगे बढ़ा सकेगा। सीट के लिए दावेदार सात देशों में, भारत 2021-22 के लिए क्षेत्र से निर्विरोध था।
? Follow LIVE as @UN_PGA announces results of today's elections for President of the 75th Session of the @UN General Assembly, non-permanent members of Security Council and members of Economic and Social Council https://t.co/htDq7Qdzff
— UN Web TV (@UNWebTV) June 17, 2020
भारत संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के एशिया-प्रशांत समूह का समर्थन प्राप्त करने वाला एकमात्र उम्मीदवार था और इस मुकाबले में कोई देश नहीं आया। 15 सदस्यीय परिषद में पांच अस्थायी सीट में से एक के लिए भारत का चुनाव किया गया है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र में कुछ राजनयिकों ने इसके लिए काफी आंतरिक प्रयास किए हैं।
Meet the incoming President of the United Nations General Assembly, @volkan_bozkir of @turkey_UN.
We look forward to working with you and your office to ensure that the UN is inclusive, accessible and relatable to people around the world #UNGA #UNGA75 https://t.co/pMyGZx7t3N
— Humanity Lab Foundation (@TheHumanityLab) June 17, 2020
भारत को उम्मीद है कि विस्तारित सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट के लिए अपनी दावेदारी को आगे बढ़ाने के लिए वह अपने आठवें कार्यकाल का उपयोग करेगा। सुरक्षा परिषद के प्रत्येक नए सदस्य को दो तिहाई वोट जीतने की आवश्यकता होती है, जिसका अर्थ है कि सभी 193 देशों के वोटों के अनुसार 128 वोट।
#भारत 193 सदस्यों वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा में 184 मतों से दो साल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुन लिया गया है। भारत के साथ-साथ आयरलैंड, मैक्सिको और नॉर्वे भी कल रात सुरक्षा परिषद का चुना जीते हैं। https://t.co/xsi8rjVpsm
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) June 18, 2020
इसके लिए कई बार मतदान करना पड़ता है। सुरक्षा परिषद में वीटो-अधिकार वाले पांच बड़े देश ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका के अलावा 10 गैर-स्थायी सदस्य हैं। गौरतलब है कि भारत की उम्मीदवारी का पिछले साल जून में एशिया प्रशांत ग्रुपिंग के 55 सदस्यों ने सर्वसम्मति से अनुमोदन किया था। इनमें चीन और पाकिस्तान भी शामिल था। भारत के दृष्टिकोण से चुनाव प्रक्रिया में किसी भी तरह के बदलाव से उसकी उम्मीदवारी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला था।
The @UN General Assembly Hall is the place where all Member States have equal representation. Today we undertake elections under strict social distancing guidelines. Though the Hall may look emptier than usual, its democratic spirit has never felt fuller. #UNGA pic.twitter.com/MV64pjtlRy
— UN GA President (@UN_PGA) June 17, 2020