पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था की उड़ रही हैं धज्जियां, सरकारी कर्मचारी कर रहे हैं TMC कार्यकर्ता की तरह काम, अवैध बम बनाने को मिली खुली छूट
न्यूज़ डेस्क। पश्चिम बंगाल में जहां लोकतांत्रिक मूल्यों का लगातार हनन हो रहा है, वहीं कानून-व्यवस्था की भी खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। पुलिस प्रशासन में ममता सरकार की दखलअंदाजी काफी बढ़ गई है, जिसकी वजह से TMC के कार्यकर्ताओं और सरकारी कर्मचारियों के बीच फर्क करना मुश्किल हो गया है। ममता सरकार पर निशाना साधते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक के बाद एक ट्वीट कर राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को खतरनाक करार दिया। इसके लिए उन्होंने कथित तौर पर ”अवैध बम बनाने की खुली छूट” संबंधी रिपोर्ट का हवाला भी दिया।
राज्यपाल धनखड़ ने CM ममता बनर्जी को ट्वीट करते हुए कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री से पुलिस और प्रशासन को राजनीतिक कैदखाने से आजाद करने का आग्रह करता हूं।’ उन्होंने लिखा, ‘राज्य में कानून व्यवस्था खत्म हो रही है क्योंकि यहां बम बनाने वालों को खुली छूट मिली हुई है।
Urge CM to unshackle political caging/chaining of POLICE and ADMINISTRATION @MamataOfficial
Law and order alarming-with reports of free run to illegal ‘bomb making’.
UNFORTUNATE- Police & administration ever at door of ruling party-in readiness to knock door of opposition.(1/3)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) August 23, 2020
राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि पुलिस-प्रशासन का सत्तारूढ़ दल के दरवाजे पर खड़े रहना और विपक्ष का दरवाजा खटखटाने के लिए तैयार रहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने लिखा कि राजनीतिक रूप से प्रतिबद्ध पुलिस और प्रशासन लोकतंत्र की मौत का कारण बनते हैं। लोकसेवक राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं होते हैं।
This is staggering blow to ‘rule of law’ and democracy.
This menacing stance of police and administration @MamataOfficial would generate consequences.
Politically committed police and administration-death knell of democracy.
Public servants are not political workers. (2/3)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) August 23, 2020
राज्यपाल धनखड़ ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी अधिकारी इस तरह का बर्ताव कर रहे हैं उन्हें परिणाम के लिए भी तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि राज्य के IAS और IPS अधिकारी घुटनों पर रेंगने लगेंगे। यहां लोकतंत्र अंधेरे में है। यह समय सही तरीके से अपनी ड्यूटी निभाने का है। राज्यपाल ने यह भी अपील की है कि प्रशासनिक अधिकारियों को राज्य में लोकतंत्र की बहाली के लिए काम करना चाहिए।
Never thought IAS /IPS @MamataOfficial could so capitulate and be in ‘crawl’ unlawful mode-blatantly unmindful of conduct rules.
Their actions are OPEN SECRET. Democratic essence shredded.
Why be party to this & crucify democratic values!
Time to respond to call of duty.(3/3)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) August 23, 2020
इससे पहले राज्यपाल धनखड़ ने आरोप लगाया था कि राजभवन को सर्विलांस पर रखा गया है और यह कदम संस्था की पवित्रता को कम करने वाला है। पिछले एक साल में टीएमसी सरकार के साथ कई मुद्दों पर तनाव के बाद यह चौंकाने वाला दावा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि राज्य में अराजकता बरकरार है।
राज्यपाल धनखड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि राजभवन सर्विलांस पर है। यह राजभवन की शुचिता को कमतर करने वाला है। मैं इसकी शुचिता की रक्षा के लिए हर कोशिश करूंगा। एक दिन पहले ही स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शाम को राजभवन में परंपरागत समारोह से मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति को लेकर धनखड़ ने उनकी आलोचना की। राज्यपाल ने कहा कि समारोह में बनर्जी की अनुपस्थिति से वह ‘स्तब्ध’ हैं और इसके बारे में कुछ कहने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं।