NRC पूरे देश में करेंगे लागू, किसी भी धर्म के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है : अमित शाह- बोले राज्य सभा में
नई दिल्ली। राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) मुद्दे पर विपक्ष को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि NRC में धर्म के आधार पर लोगों को बाहर करने का कोई प्रावधान नहीं है। सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल अलग है।
उन्होंने कहा कि NRC के आधार पर नागरिकता की पहचान सुनिश्चित की जाएगी और इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा कि भारत के सभी नागरिक चाहे वे किसी भी धर्म के हों, NRC सूची में शामिल होंगे। NRC एक अलग प्रकिया है और नागरिकता संशोधन विधेयक अलग है।
सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के तहत असम में NRC की प्रक्रिया हाथ में ली गई थी।
NRC की प्रक्रिया जब पूरे देश में होगी, तो असम में भी ये फिर से की जाएगी।
किसी भी धर्म के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है।
सारे लोगों को NRC के अंदर समाहित करने की व्यवस्था है: श्री अमित शाह, राज्य सभा में pic.twitter.com/eJ3YIcPWFT
— BJP (@BJP4India) November 20, 2019
श्री शाह ने आगे यह भी कहा कि देश भर में NRC चलाया जाएगा। कोई भी, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, उसे चिंतित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि NRC के तहत सभी को लाने की यह एक प्रक्रिया है। असम NRC पर बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जिन लोगों के नाम NRC सूची में नहीं वे ट्रिब्यूनल में जा सकते हैं। पूरे असम में ट्रिब्यूनल का गठन किया जाएगा। यदि किसी के पास ट्रिब्यूनल में जाने के लिए पैसा नहीं है, तो असम सरकार उसके लिए वकील नियुक्त करने का खर्च उठाएगी।