दुर्ग शहर में खाली शासकीय जमीन के विकास के लिए बनेगी समन्वित योजना : मुख्यमंत्री श्री बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि दुर्ग शहर के मध्य पर्याप्त शासकीय भूमि उपलब्ध है। इसके विकास के लिए समन्वित योजना तैयार कराई जा रही है। इससे न केवल अधिकारियों-कर्मचारियों के आवास की समस्या हल होगी अपितु अधिवक्ता संघ जैसे संगठनों के लिए भी अपनी गतिविधियों के लिए भवन मिल पायेगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज दुर्ग स्थित मानस भवन में आयोजित दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि मैं जब भी वकीलों के बीच आता हूं तो मेरे दिमाग में काले कोट पहने आजादी की लड़ाई लड़ रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का चित्र खींचता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. भीमराव अम्बेडकर, एक सिलसिला सा बन जाता है, दिमाग में। आजादी की लड़ाई में वकीलों का बड़ा योगदान रहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रजातंत्र को मजबूत बनाने में आपकी बड़ी भागीदारी है। आपसे देश और समाज को बड़ी उम्मीदें हैं। संविधान के एक प्रमुख स्तंभ को आप अपनी प्रतिभा और ऊर्जा से मजबूत बना रहे हैं। मैं नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्सर मुझे डॉ खूबचंद बघेल की कही हुई बात याद आती है। वे कहते थे कि कमजोर की अंगुली पकड़ कर आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सक्षम वर्ग की है। अभी भी कानून के विषय में लोगों की पर्याप्त जागरूकता नहीं हो पाई है। ऐसे में आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। इस वर्ग की आशा को पूरा करना अहम दायित्व है और इससे सामाजिक विकास का रास्ता भी प्रशस्त होता है। मुख्यमंत्री ने पुराने दिनों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि पहले जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में जगह की दिक्कत नहीं थी और यहां बौद्धिक बहसें होती थीं तो काफी अच्छा माहौल बनता था। समय के साथ जगह की कमी हुई है। यह दिक्कत दूर हो इसलिए एक कंपाउंड प्रोग्राम तैयार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा देश उनकी सेवाओं को कभी नहीं भूल सकता। इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और विधायक अरुण वोरा सहित दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ के अनेक पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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