मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील का पड़ा गहरा असर, दिवाली में कम हुआ प्रदूषण
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दीपावली पर्व पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए की गई अपील का लोगों पर गहरा असर पड़ा। इसके फलस्वरूप इस साल दीपावली के अवसर पर ध्वनि और वायु दोनों के प्रदूषण स्तर में पिछले वर्ष की तुलना में कमी आयी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रदेशवासियों से ’खुशियां फैलाएं, धुऑ नहीं, प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाएं’ की अपील की थी। इसमें कहा गया था कि लोग कम धुऑ तथा ध्वनि उत्पन्न करने वाले पटाखे ही फोड़ेें। इसे फोड़ने में निर्धारित समय और स्थल का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने इस तरह ’स्वस्थ-समृद्धि से भरी हो आपके जीवन की थाली, छत्तीसगढ़वासी मनाइये प्रदूषण मुक्त दीपावली’ के संदेश के साथ दीपावली पर्व मनाने की अपील की थी।
पटाखों पर उच्चतम न्यायालय के निर्देशों और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में राज्य सरकार की लगातार पहल तथा सघन जन-जागरूकता अभियान से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में औसतन इस बार दीपावली में वायु प्रदूषण पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 7.4 प्रतिशत कम रहा। इसी तरह भिलाई में भी पिछली दीपावली के मुकाबले इस बार औसतन वायु प्रदूषण के स्तर में करीब 9 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। रायपुर शहर में औसत परिवेशीय वायु गुणवत्ता (पीएम-10) अर्थात हवा में धूल के कणों की संख्या इस वर्ष 73 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रही, जो वर्ष 2018 में 78.89 माइक्रोग्राम दर्ज की गई थी। इसी तरह सल्फर डाईआक्साइड गैस के स्तर में 9.9 प्रतिशत कम होकर 22.66 और नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस का स्तर लगभग 8.73 प्रतिशत कम होकर 23.83 पाया गया।
रायपुर में वायु मापन के परिणाम विभिन्न जगहों वायु प्रदूषण पी.एम.-10 सिटी कोतवाली के पास 76.33, एम्स हॉस्पिटल के पास 60.42, कलेक्टोरेट परिसर के पास 84.71, एन.आई.टी. रायपुर के पास 75.64 और जिला अस्पताल शंकर नगर के पास पंडरी में 68.33 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर पाया गया। यह प्रदूषण पिछले वर्ष क्रमशः सिटी कोतवाली के पास 82.82, एम्स हास्पिटल के पास 64.68, कलेक्टोरेट परिसर के पास 89.18, एन.आई.टी. रायपुर के पास 77.28 और जिला अस्पताल शंकर नगर के पास पंडरी में 73.49 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर था। भिलाई शहर में दीपावली पर्व के अवसर पर औसत परिवेशीय वायु में धूल कणों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 9 प्रतिशत कम होकर 68 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर पायी गई, जो वर्ष 2018 में 75 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर थी।
रायपुर शहर में दीपावली के दिन ध्वनि प्रदूषण में भी लगभग 5 प्रतिशत की कमी पायी गई। इस बार रायपुर में ध्वनि की तीव्रता 81.7 डेसीबल रही, जो वर्ष 2018 में 86 डेसीबल थी। भिलाई में इस बार दिवाली में ध्वनि की औसत तीव्रता पिछले साल की तुलना में 9.2 प्रतिशत कम होकर 69 डेसीबल दर्ज की गई, जो वर्ष 2018 में 76 डेसीबल दर्ज की गई थी। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण कम होने के कारण रायपुर और भिलाई शहर के निवासियों को इस बार दीपावली की रात काफी सुकून मिला।
इस तारतम्य में विधि-विधायी और पर्यावरण एवं आवास मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दीपावली के अवसर पर आम जनता से पटाखों का उपयोग करते समय पर्यावरण नियमों के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई थी। लोगों में इस अपील का काफी सकारात्मक असर देखा गया। पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा राज्य के सभी प्रमुख शहरों में जन-जागरण अभियान भी चलाया गया। इसके फलस्वरूप दीपावली पर्व के अवसर पर यहां वायु प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई।