भेंट-मुलाकात अभियान का मकसद यह जानना है कि लोगों को योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं – मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज नारायणपुर जिले के ग्राम मर्दापाल में भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीणों से कहा आप लोगों के बीच आकर बहुत खुश हूं। हम लोग गरीबों व ग्रामीणों के लिए योजना बनाते हैं। भेंट-मुलाकात कर हमारा मकसद यह जानना है कि आपको इनका लाभ मिल रहा है अथवा नहीं। मुख्यमंत्री ने ग्राम मर्दापाल में सरई के वृक्षों के बीच छिंद और जामुन की पत्तियों से बने छ्प्पर के नीचे आमजनों से मुलाकात की। माझी और चालकी ने पगड़ी बांधकर मुख्यमंत्री का सम्मान किया। भेंट-मुलाकात के पूर्व मुख्यमंत्री ने देवगुड़ी में बाबा भंगाराम की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की मंगल कामना की।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर मर्दापाल में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, हॉकी खिलाड़ी बालिकाओं की मांग पर मिनी स्टेडियम, सहकारी बैंक की शाखा, ग्राम मर्दापाल मेड़पाल मुख्य मार्ग से चांगेर होते हुए ग्राम हंगवा तक डामरीकृत सड़क, ग्राम कुधुर में भंवरडीह नदी पर पुलिया निर्माण, हरेली से कुधुर तक पुल एवं रोड निर्माण, मर्दापाल तहसील कार्यालय से ग्राम छोटे कुरुसनार तक सड़क निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा तेंदूपत्ता का नक़द भुगतान होगा, यह सुनकर पूरी चौपाल मुख्यमंत्री जिंदाबाद की गूंज से भर गई।
मुख्यमंत्री ने मर्दापाल में कुल 11 करोड़ 77 लाख राशि के 76 विकास कार्याे का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इसमें 4 करोड़ 71 लाख राशि के 12 विकास कार्यों का लोकार्पण और 7 करोड़ 6 लाख राशि के विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
मुख्यमंत्री ने भेंट मुलाकात में एक ग्रामीण ने कहा कि तीन पीढ़ी से मैं निवास कर रहा हूं। स्थानीय गैर आदिवासी हूं। वनाधिकार पट्टा नहीं मिला है। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 दिसंबर 2005 से पहले के रहवासियों को नियमानुसार पट्टा मिलेगा। अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस पर कार्रवाई करें। नियमानुसार कोई भी पात्र हितग्राही का वनाधिकार पट्टा नहीं चूकना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव में जो गायता, पुजारी हैं। उन्हें साल भर में 7 हजार मिलेंगे। वनाधिकार पट्टा हमने दिया, यदि किसी को न मिला तो बताएं। इस पर किसान ने कहा आपके आने से उम्मीद थी। आपने इसे साकार कर दिया। गगन्तरी की सुखमती की राशनकार्ड नहीं मिलने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने तुरंत राशनकार्ड बनवाने के निर्देश दिए। कुरूसनगर की रहने वाली एक महिला ने बताया कि उसकी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उसके साथ अन्याय नहीं होगा। कलेक्टर को इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने गौठान का निरीक्षण कर समूह की महिलाओं से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बायो फ्लॉक तरीके से हो रहे मछलीपालन को देखा। मुख्यमंत्री ने इस नवाचार की प्रशंसा की करते हुए कहा कि यहां थोड़ी सी जगह में ही बड़े पैमाने पर मछलियों का उत्पादन संभव हो सकता है।
मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत यहां उन्नत नस्ल की गायें तैयार हो रही हैं। यहां इंग्लैंड की एचएफ प्रजाति की गायों को भी रखा गया है। यह गाय अपने सबसे उन्नत स्थिति में 60 लीटर तक दूध देती हैं। पिग शेड के बारे में भी मुख्यमंत्री को बताया गया। यहां पर कृष्णशायर प्रजाति के सूअर हैं। यह प्रजाति इंग्लैंड के यॉर्कशायर की क्रॉस ब्रीड है। अधिकारियों ने बताया कि यहां पर मुर्गीपालन का कार्य भी हो रहा है। कलिंगा ब्राउन ब्लैक रॉक जैसे नस्लों का पालन हो रहा है। महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने गोधन न्याय योजना की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें 40 क्विंटल गोबर बेचने पर 8000 रूपए की आमदनी हुई है। मुख्यमंत्री ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि पशुपालन को बढ़ावा देकर आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने मर्दापाल में भोला राम भोयर के घर पर उनके साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया। भोजन में स्थानीय व्यंजन चरोटा भाजी और हिरवां की सब्जी, रोटी, दाल, चावल, आम की चटनी, चेंच भाजी, कोलियरी भाजी और भिंडी परोसा गया। मुख्यमंत्री ने कहा- बढ़िया भोजन कराया, धन्यवाद !
मुख्यमंत्री ने मर्दापाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। डॉक्टरों द्वारा लिखी दवा मरीजों को मिल रही या नहीं, इसके सत्यापन की व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। मरीजों के इलाज की दो पर्ची बनाने के आदेश का पालन नहीं होने पर मुख्यमंत्री ने आदेश का सख्ती से पालन करने कहा। उन्होंने उचित मात्रा में दवा उपलब्ध हो इसकी क्रॉस चेकिंग के लिए सिस्टम बनाने के निर्देश दिये।