कैट वर्ष 2025 को व्यापारी स्वाभिमान वर्ष के रूप में मनाएगा – अमर पारवानी
रायपुर।
देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वर्ष 2025 को “व्यापारी स्वाभिमान वर्ष” के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। कैट ने बताया कि यह वर्ष व्यापारियों के अधिकारों, देश के आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक विकास में उनके योगदान, और उनकी समस्याओं को उजागर करने तथा उनके सम्मान को स्थापित करने के उद्देश्य से समर्पित होगा।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी ने बताया कि आगामी 6-7 जनवरी को दिल्ली में कैट एक राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन आयोजित कर रहा है जिसमें देश के सभी राज्यों के 150 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेता शामिल होंगे और व्यापारी स्वाभिमान वर्ष के सभी कार्यक्रमों को अंतिम रूप देंगे। देश भर के 48 हज़ार से ज़्यादा व्यापारिक संगठन इस बृहद योजना के क्रियान्वयन में जुटेंगे।
पारवानी एवं दोशी ने बताया की प्रारंभिक रूप से व्यापारी स्वाभिमान वर्ष के अंतर्गत मुख्य कार्यक्रम की योजना बनाई गई है जिसमें विभिन्न कार्यक्रम होंगे जो निम्नानुसार है।
1. – देशव्यापी अभियान : – व्यापारियों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। केंद्र और राज्य सरकारों के साथ संवाद कर व्यापारियों के लिए हितकारी नीतियों की मांग की जाएगी।
2. -सम्मान समारोह :- देशभर में व्यापारियों के योगदान को मान्यता देने के लिए विशेष सम्मान समारोह आयोजित किए जाएंगे। प्रमुख व्यापारियों और संगठनों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
3. – संगोष्ठियां और कार्यशालाए :- व्यापारिक ज्ञान और आधुनिक तकनीकों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। डिजिटल व्यापार, जीएसटी, ई-कॉमर्स और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी।
4. – व्यापारी मार्च एवं रैलियां : – व्यापारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए देश के विभिन्न राज्यों में स्वाभिमान मार्च निकाले जाएंगे। व्यापार में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग की जाएगी।
5. – व्यापारिक संस्कृति को बढ़ावा :- स्थानीय और पारंपरिक व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष मेले और प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी। व्यापारियों का स्वाभिमान होगा सर्वोपरि ।
पारवानी एवं दोशी ने कहा कि कैट व्यापारियों की रीढ़ की हड्डी के रूप में उनकी भूमिका को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। देश के 9 करोड़ से अधिक व्यापारियों को एक मंच पर लाने का यह प्रयास व्यापारिक समुदाय को एक नई दिशा देगा।
कैट का आह्वान :- सभी व्यापारी संगठनों, एसोसिएशनों और व्यापारियों से अनुरोध है कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और 2025 को व्यापारी स्वाभिमान वर्ष के रूप में मनाकर अपने अधिकारों और सम्मान की रक्षा करें।