छापेमारी में डीएफओ के पास से 20 लाख नगद, 90 जमीन व 12 मकान
जगदलपुर।
बस्तर संभाग के एसीबी-ईओडब्ल्यू की टीम ने एक साथ सुकमा, छिंदगढ़, कोंटा, रायगढ़, पुसौर, सारंगढ़, बीजापुर, जगदलपुर, गीदम दंतेवाड़ा समेत 16 जगह में ईओडब्ल्यू-एसीबी द्वारा की गई छापेमारी के बाद वन, शिक्षा और आदिवासी विकास विभाग के तीन अधिकारियों के बंगले, ऑफिस और करीबियों ठिकानों पर छापेमारी की जा चुकी है।
छापे के दौरान वन विभाग के डीएफओ अशोक पटेल के सरकारी बंगले में पांच लाख और पैतृक घर में 15 लाख नगद मिला है। इसके अलावा 90 जमीन और 12 से ज्यादा मकान के दस्तावेज तथा एक करोड़ से ज्यादा एलआईसी निवेश के दस्तावेज भी मिले हैं। सहायक आयुक्त आनंद सिंह और डीएमसी श्याम सुंदर सिंह चौहान के घर पर 70 से ज्यादा जमीन व मकान के कागजातों के अलावा बीमा में लाखों रुपए निवेश किए जाने के दस्तावेज मिले हैं। बीती रात 10 बजे तक एजेंसी की जांच चलती रही।
तीनों अधिकारियों पर आरोप है कि अशोक पटेल ने तीन करोड़ और श्याम सुंदर व आनंद ने दो-दो करोड़ संपत्ति आय से अधिक की संपत्ति बनाई है। इसके अलावा लाखों रुपए के अचल संपत्ति पर निवेश किया है। शिकायतों की जांच के बाद ही शासन ने अशोक और श्याम सुंदर को पहले ही निलंबित कर दिया था। उनके खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है।
छापे के दौरान दोनों के घर से कैश, ज्वेलरी, प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं। एसीबी-ईओडब्ल्यू की टीम ने एक साथ सुकमा, छिंदगढ़, कोंटा, रायगढ़, पुसौर, सारंगढ़, बीजापुर, जगदलपुर, गीदम दंतेवाड़ा सहित 16 जगह पर छापा मारा है। कुछ जगह पर ताला लगा हुआ था, जिस पर कार्यवाही करते हुए मकान को सील कर उन्हें नोटिस जारी किया गया है। तीनों अधिकारियों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जी करने का आरोप हैं, इसकी जांच के लिए छापेमारी की गई है। तीनों अधिकारियों के घर से 150 से ज्यादा प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले है।