गोधन न्याय योजना से खुले प्रदेश की समृद्धि के नए रास्ते : भूपेश बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गोधन न्याय योजना पूरे राज्य की समृद्धि के नये रास्ते खोल रही है। यह योजना हमारे गांवों में खुशहाली लेकर आई है। हमें इस योजना को और ज्यादा ताकत के साथ आगे बढ़ाना है।

मुख्यमंत्री ने आज कांकेर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 15 करोड़ 37 लाख रूपए की राशि का अंतरण करते हुए इस आशय के विचार प्रकट किए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों, आदिवासियों, मजदूरों और गरीबों को सीधे आर्थिक लाभ पहुंचाने वाली हमारी हर योजना की राशि का भुगतान हमने हमेशा समय पर किया है। चाहे वह राजीव गांधी किसान न्याय योजना की बात हो, चाहे राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की बात हो या फिर चाहे गोधन न्याय योजना की बात हो। कोरोना काल में भी हमने ये सिलसिला टूटने नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि इस समय मैं पूरे प्रदेश का लगातार दौरा कर रहा हूं। भेंट मुलाकात कार्यक्रम पिछले महीने की 04 तारीख से शुरु हुआ था, 05 मई को मैं बलरामपुर जिले के राजपुर में था, गोधन न्याय योजना की राशि की किश्त का ऑनलाइन वितरण मैंने वहीं से किया था। इसके बाद 21 मई को स्वर्गीय राजीव गांधी जी के शहादत दिवस पर एक और किश्त का भुगतान रायपुर से किया गया। आज 05 जून है, आज मैं कांकर में हूं, योजना की राशि की नयी किश्त का वितरण आज यहीं से आप लोगों को कर रहा हूँ।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को ऑनलाइन 15 करोड़ 37 लाख रुपए की राशि का अंतरण किया। इसमें 3 करोड़ 36 लाख रुपए गोबर खरीदी की, और 12 करोड़ 01 लाख रुपए गोठान समितियों और स्व सहायता समूहों के लाभांश की राशि शामिल है। इसमें से गौठान समितियों को 7.23 करोड़ और महिला समूहों को 4.78 करोड़ रूपए की लाभांश राशि का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कांकेर में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, अंतागढ़ विधायक श्री अनूप नाग, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी भी उपस्थित थे। कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, गोधन न्याय मिशन के प्रबंध संचालक डॉ. फकीर अयाज भाई तम्बोली, कृषि विभाग के संचालक श्री यशवंत कुमार, संचालक उद्यानिकी श्री माथेश्वरन व्ही., संचालक पशुधन श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी कार्यक्रम से वर्चुअल रूप से जुड़े।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मैं अभी तक जहां भी गया हूं, वहां गोधन न्याय योजना को लेकर हमारे पशु-पालक भाईयों, किसानों, स्व सहायता समूहों और गौठान समितियों में अच्छा उत्साह नजर आ रहा है। इस योजना से हमारे ग्रामीण भाईयों की आय बढ़ने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। हमारी माताओं-बहनों को नयी आर्थिक ताकत मिली है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम से वर्चुअल रूप से जुड़े कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे से प्रदेश में रासायनिक खाद की आवश्यकता और आपूर्ति की जानकारी ली। कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश में मांग के विरूद्ध मात्र 44 प्रतिशत रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रासायनिक खाद की कम आपूर्ति को देखते हुए वर्मी खाद को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्हांेने कहा कि किसानों की मांग के अनुरूप उन्हें रासायनिक खाद उपलब्ध कराया जाए। यदि व्यवस्था नहीं होती है तो किसानों को वर्मी कम्पोस्ट उपलब्ध करायी जाए जिससे पैदावार प्रभावित न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल 16 से 31 मई 2021 की अवधि में 63 लाख रुपए की गोबर खरीदी की गई थी। जबकि इस साल के मई माह की इसी अवधि के लिए गोबर क्रय के एवज में 3.36 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा रहा है। इस तरह इस अवधि में गोबर खरीदी की राशि में 425 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले एक साल में लाभान्वित पशु पालकों की संख्या में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 31 मई 2021 तक जहां लाभान्वित पशुपालकों की संख्या 01 लाख 68 हजार 531 थी, वहीं 31 मई 2022 की स्थिति में यह संख्या 02 लाख 11 हजार 540 हो चुकी है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री विन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को हर 15 दिन में राशि के भुगतान का किया गया वादा पूरा कर रहे हैं। सरगुजा दौरे के समय 5 मई को उन्होंने राजपुर से और आज कांकेर से गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को राशि का भुगतान किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने गोधन न्याय योजना की अब तक की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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