GST में है कुछ खामियां हो सकती है, इसके बेहतर अनुपालन के लिए समाधान दें। हम सिर्फ इसकीआलोचना नहीं करें : वित्त मंत्री सीतारमण
पुणे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वीकार किया है कि मौजूदा रूप में माल एवं सेवा कर (GST) में कुछ खामियां हो सकती हैं। उन्होंने कर पेशेवरों से कहा कि वे इसे कोसना छोड़कर बेहतर बनाने के बारे में सुझाव दें। वित्त मंत्री शुक्रवार को यहां कराधान पेशेवरों द्वारा GST को लेकर जताई गई चिंता पर प्रतिक्रिया दे रही थीं। उन्होंने कहा कि उद्योग GST के क्रियान्वयन के तरीके पर सरकार को कोस रहा है। GST को सबसे बड़ा अप्रत्यक्ष कर सुधार कहा जा रहा है। इसे जुलाई, 2017 में लागू किया गया। सीतारमण ने सवाल उठाने वाले एक व्यक्ति पर आपत्ति भी जताई और उससे कहा कि संसद और सभी राज्य विधानसभाओं द्वारा पारित कानून की आलोचना नहीं करें।
Request @ANI to upload the question too, wherein a participant from the audience spoke completely deriding #GST. Had halted him to say that he’s welcome to give suggestions & on his request to meet me with a delegation, gave him 23rd Oct ‘19 even from the dais. @FinMinIndia https://t.co/T1r85r0KZl
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) October 11, 2019
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि काफी लंबे समय बाद संसद में कई दल और राज्य विधानसभाओं ने मिलकर काम किया और इस कानून को लेकर आए। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि आप अपने अनुभव के आधार पर यह बात कर रहे हैं, लेकिन अचानक हम यह नहीं कह सकते कि यह ‘कितना खराब ढांचा’ है। सीतारमण ने उद्योग के लोगों, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सचिवों और वित्तीय क्षेत्र के गई अन्य अंशधारकों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि GST को लागू किए सिर्फ दो साल हुए हैं। मैं कामना करती हूं कि पहले दिन से ही यह ढांचा संतोषजनक रहना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि सभी अंशधारक GST के बेहतर अनुपालन के लिए कुछ समाधान दें। हम सिर्फ इसकीआलोचना नहीं करें। इसमें कुछ खामियां हो सकती हैं। इससे आपको कुछ परेशानी हुई हो सकती है, लेकिन मुझे माफ करें यह कानून है।’’