हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में वाजपेयी की 18 फीट की प्रतिमा का अनावरण किया
शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को राज्य की राजधानी में ऐतिहासिक रिज मैदान पर पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की 96वीं जयंती के अवसर पर उनकी 18 फीट की प्रतिमा का अनावरण किया। ‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर ‘अटल स्मृति समरोह’ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। ठाकुर ने कहा कि वाजपेयी एक ऐसे राजनेता और महान व्यक्तित्व थे, जिन्होंने सिद्धांत की राजनीति की।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर आज हमने रिज, शिमला स्थित उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।
एक सशक्त व समृद्ध भारत के निर्माण के लिए अटल जी के प्रयासों को सदैव स्मरण किया जाएगा।
हमने रिज में भाजयुमो शिमला द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर का शुभारंभ भी किया।#सुशासनदिवस#PMKisan pic.twitter.com/PPy4z9LJWD— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 25, 2020
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाजपेयी एक महान और दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने नेतृत्व के उच्चतम मूल्यों को परिभाषित किया और देश के विकास में उनके योगदान को वर्षो तक याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि संसद में कुछ सबसे तनावपूर्ण क्षणों के दौरान भी वाजपेयी स्थिति को अत्यंत सहजता से संभालने में सफल रहे।
ठाकुर ने कहा कि एक दशक से अधिक समय तक सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बावजूद उनके निधन के समय लाखों युवा वाजपेयी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए, जिसने लोगों के जीवन पर उनका गहरे प्रभाव को दर्शाया। उन्होंने कहा कि वाजपेयी के लिए देश हमेशा पहले था और इसलिए देश के लोगों की ओर से उन्हें एक सच्चे राजनेता के रूप में माना जाता है। ठाकुर ने कहा कि रिज में वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भारत माता के महान पुत्र को श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि 1.08 करोड़ रुपये खर्च करके बनाई गई यह प्रतिमा राज्य के लोगों की ओर से महान राजनेता के प्रति प्रेम और स्नेह का प्रतीक है।
देवभूमि हिमाचल में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की यादें सदैव ‘‘अटल’’ रहेंगी।
अटल टन्नल, रोहतांग उसकी एक बानगी है।
इस टन्नल का निर्माण करना अटल जी का एक सपना था।#सुशासनदिवस#PMKisan pic.twitter.com/GXecFwz5ac
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) December 25, 2020
मुख्यमंत्री के रूप में वाजपेयी, जो हमेशा मूल्य-आधारित राजनीति में विश्वास करते थे, उन्होंने हिमाचल प्रदेश के साथ एक विशेष संबंध साझा किया है, जिसे उन्होंने अपने ‘दूसरा घर’ भी कहा था। अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद, वाजपेयी ने कभी भी हिमाचल आने का मौका नहीं गंवाया। वह अक्सर मनाली के पास प्रीणी गांव में अपने घर पर कुछ दिनों का समय बिताने के लिए जाते रहते थे। ठाकुर ने कहा कि अपनी सादगी और मानवता के साथ वाजपेयी ने लाखों लोगों के दिलों पर राज किया।