श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बोले सीएम योगी- पहले के मुख्यमंत्री मथुरा, अयोध्या का नाम लेने से भी डरते थे
लखनऊ। श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाने मथुरा पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले के मुख्यमंत्री मथुरा, अयोध्या का नाम लेने से भी डरते थे, हमारे पर्व त्यौहारों पर बधाई देने से भी घबराते थे, बिजली पानी भी नहीं दिया जाता था, खुशियों पर बंदिशें थीं, समय की पाबंदी थी, आज हमारे कान्हा का जन्मोत्सव धूमधाम से आधी रात में ही होता है। मुख्यमंत्री ने मुख्य मंच से संबोधन के बाद कृष्णजन्म स्थान स्थित भागवत भवन में की पूजा-अर्चना भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, आजादी के बाद रामनाथ कोविंद पहले राष्ट्रपति, जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किए। इससे पहले सरकारों में बैठे लोगों को पूजा करने में भी सांप्रदायिकता का भय होता था। जो पहले मंदिर जाने में संकोच करते थे, अब कहते हैं राम और कृष्ण हमारे हृदय में हैं। पहले हिन्दू त्योहारों पर न बिजली होती थी न पानी, राजनीतिक परिवर्तन के बाद मिलने लगी। मुख्यमंत्री ने ब्रज के विकास का संकल्प दोहराय, उन्होंने कहा कि ब्रज तीर्थ विकास परिषद संतों के सानिध्य में है।
कृष्णोत्सव कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा, ‘पांच हजार साल पूर्व भगवान ने स्वयं अवतार लिया और योगमाया भी प्रकट हुईं। उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी के अवसर पर यहां आने और उत्सव में शामिल होने की तीन वर्षों की साधना अब पूरी हुई। मुख्यमंत्री के भाषण से पहले ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से किए गए विकास कार्यों की डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई।
कृष्णोत्सव मनाने मथुरा पहुंचे सीएम योगी ने कहा कि कोरोना नियंत्रण में है लेकिन सावधानी अपेक्षित है। वृंदावन बिहारी लाल से प्रार्थना है कि अनेक राक्षसों की तरह कोरोना राक्षस का भी अंत करें। महामारी ने कई जानें लीं। हमने काफी इंतजाम और कोशिश की। लेकिन ऐसे महामारी काल में सरकारी उपाय कम पड़ जाते हैं। जनता को भी आगे आकर इस अदृश्य शत्रु से लड़ना है। पीएम के नेतृत्व में कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन करें।