W.B. में बाबुल सुप्रियो विवाद पर BJP का कहना है, जादवपुर यूनिवर्सिटी में सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में BJP अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर राष्ट्रविरोधी तत्वों तथा वामपंथियों का अड्डा बन गया है और “हमारे कैडर” को चाहिए कि उसे नष्ट करने के लिए वहां बालाकोट की तर्ज पर सर्जिकल स्ट्राइक करें। घोष ने आरोप लगाया कि राज्य में तृणमूल सरकार केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की हत्या होने तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती और कहा कि वह इस घटना के बारे में केंद्रीय मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर बताएंगे।
In yet another incident proving that West bengal is just becoming unsafe for everyone, Union minister Shri @SuPriyoBabul was hackled in a university by leftists students.Hats off to Governor Shri @jdhankhar1 for swift action, 1/2#jadhavpuruniversity #BabulSupriyo #bengal
— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) September 20, 2019
श्री घोष ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यादवपुर विश्वविद्यालय राष्ट्रविरोधी और वामपंथी गतिविधियों का अड्डा है। वहां पहली बार ऐसी घटना नहीं हुई है। जिस तरह हमारे सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की, यादवपुर परिसर में राष्ट्रविरोधी अड्डों को नष्ट करने के लिए हमारे कार्यकर्ताओं को उसी तरह की सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए।” घोष ने विश्वविद्यालय में सुप्रियो को भीड़ से बचाने के लिए राज्यपाल जगदीप धनखड़ के वहां पहुंचने के फैसले का समर्थन किया।
Sammelan on "One Nation, One Constitution" (Article 370 & Article 35 A) AT Sonamukhi (Bankura Zela). pic.twitter.com/dnI8YAxRSC
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) September 19, 2019
Sammelan on "One Nation, One Constitution" (Article 370 & Article 35 A) AT Sonamukhi (Bankura Zela). pic.twitter.com/dnI8YAxRSC
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) September 19, 2019
उन्होंने कहा, “राज्य सरकार चुप बैठी थी और सुप्रियो के मारे जाने का इंतजार कर रही थी।” उन्होंने यादवपुर विश्वविद्यालय में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में नहीं रख पाने के चलते वहां के कुलपति सुरंजन दास के तत्काल इस्तीफे की मांग भी की। सुप्रियो को यादवपुर विश्वविद्यालय में काले झंड़े दिखाए गए और उनके साथ धक्का-मुक्की भी हुई। जगदीप धनखड़ जो विश्वविद्यलाय के कुलाधिपति भी हैं, वह पुलिस के साथ वहां सुप्रियो को बचाने पहुंचे।