पश्चिम बंगाल के आसनसोल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला, 7 घायल, पार्टी ने लगाया TMC के गुंडों पर आरोप
बराबानी (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल के पश्चिम वर्धमान जिले में शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के दौरान कुछ लोग घायल हो गए जबकि कुछ घरों में भी तोड़फोड़ की गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर बम फेंके और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिये मौके पर पुलिस बल को भेजा गया है। यह झड़प तब हुई जब भाजपा की रैली पार्टी के राज्य व्यापी अभियान ‘आर नोई अन्याय’ (और अन्याय नहीं) के तहत बराबानी मोड़ पर पहुंची। भाजपा ने आरोप लगाया कि TMC समर्थकों ने उसके कार्यकर्ताओं को पीटा जबकि प्रदेश में सत्ताधारी दल ने आरोपों को खारिज करते हुए इस घटना को भाजपा की “अंदरुनी लड़ाई” करार दिया।
বারাববণিতে বিজেপির পূর্ব নির্ধারিত কর্মসূচী তে তৃণমূলের গুন্ডাদের বোমাবাজি ও গুলি চালানোর তীব্র নিন্দা করছি।#TMChhi দলটাই এখন গুন্ডাদের দ্বারা নিয়ন্ত্রিত হচ্ছে বারবার সেটা স্পষ্ট হচ্ছে,2021এ বিধানসভা নির্বাচনে আর ক্ষমতায় আসতে পারবেনা জেনেই গুন্ডাদের দ্বারা আক্রমণ #AaranoiAnnay pic.twitter.com/KSo6ZJfVxE
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) December 5, 2020
केंद्रीय मंत्री और आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे स्थानीय TMC नेताओं का हाथ है। उन्होंने कहा, “हमले के पीछे स्थानीय टीएमसी नेता हैं। कोयला खनन माफिया से जुड़े लोगों का हाथ भी इस घटना में है। यह पश्चिम बंगाल की हकीकत है।” भाजपा का दावा है कि उसके सात कार्यकर्ता इस झड़प में घायल हुए हैं। घटना की निंदा करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में कानून का शासन नहीं है। सिर्फ भाजपा के सत्ता में आने पर ही राज्य में कानून-व्यवस्था बहाल होगी।” भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए TMC के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, “यह झड़प भाजपा के अंदरुनी झगड़े का नतीजा है। टीएमसी इस घटना में शामिल नहीं है। भगवा पार्टी हमें बदनाम करने के लिये इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है।