बीजेपी ने तेलंगाना की दुब्बका सीट जीतकर TRS को दिया बड़ा झटका, बताया क्यों हैं ‘पार्टी विद अ डिफरेंस’
न्यूज़ डेस्क। तेलंगाना में दुब्बका विधानसभा सीट का उपचुनाव जीतकर बीजेपी ने सत्ताधारी पार्टी TRS को बड़ा झटका दिया है। वहीं दक्षिण के राज्य में बीजेपी की इस जीत को बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इस सीट पर बीजेपी के एम रघुनंदन राव ने TRS की सोलीपेटा सुजाता को शिकस्त दी है। यहां पर बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तेलंगान में अंगद की तरह अपना पैर जमाने के लिए कड़ी मेहनत की। साथ ही बता दिया है कि वो किस तरह ‘पार्टी विद अ डिफरेंस’ हैं।
What makes @BJP4India party with a difference.
No, .Not going talk about Bihar, everyone is doing that.
Let's, talk about #Dubbakka seat of #Telangana. It was not a fight for forming govt, rather it was a fight to put up Angad's foot in the state.
— Modinama (@Modi_Nama) November 11, 2020
बीजेपी के कार्यकर्ता 351 वोटों के लिए पैदल 20 किलोमीटर की यात्रा कर भौमपल्ली गांव पहुंचे। कोविड प्रभावित क्षेत्र में आने वाले इस गांव में कार्यकर्ताओं ने लोगों की मदद की। इसके माध्यम से उन्होंने उदाहरण पेश किया कि कोई भी लड़ाई जमीन पर जीती जाती है। इसलिए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमीन पर अपना खून-पसीना बहाया और जीत को सुनिश्चित किया।
Bhoompally, a village in Covid zone, they travelled on foot for 20 kms to reach a village with 351 votes.
So, dear SM warriors – please understand, battles are won with your feet on ground. It is the sweat and blood of our footsoldiers who ensure emphatic wins, everywhere.
— Modinama (@Modi_Nama) November 11, 2020
बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने इस जीत को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की। कार्यकर्ताओं ने बिना थके घर-घर और गांव-गांव जाकर प्रचार किया। लोगों से बीजेपी की नीतियों, योजनाओं और गरीबों के हित में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। जिसका नतीजा है कि जनता ने बीजेपी के उम्मीदवार को जीताकर अपना आशीर्वाद दिया।
And if you can't be a footsoldier and only contribute through Social Media, then trust your leadership.
If they are doing something or are silent on something, there must be a reason behind it. #BJP #EmphaticWin#MorePowerToKaryakarta pic.twitter.com/ONrxas0KK2
— Modinama (@Modi_Nama) November 11, 2020
अगर आप जमीनी कार्यकर्ता नहीं है और आप सिर्फ सोशल मीडिया पर भरोसा करते हैं, तो आप को आपने नेतृत्व पर निर्भर रहना होगा। इस जीत ने बता दिया कि अगर आप बिना शोरगुल किए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं, तो उसके पीछे आपका मकसद होता है और आप उस मकसद को हासिल करने में कामयाब होते हैं।
To ensure win, Karyakartas worked tirelesslybwithoutbthinking of food – water. Sleeping in function halls, verandah and continuous visit from village to village, conveying message and hearing people what has BJP done for the poor.
— Modinama (@Modi_Nama) November 11, 2020
दुब्बका सीट TRS के मौजूदा विधायक सोलीपेटा रामलिंगा रेड्डी के निधन के बाद खाली हुई थी। TRS ने उनकी पत्नी सोलीपेटा सुजाता को उम्मीदवार बनाया था। जबकि भाजपा की ओर से एम रघुनंदन राव मैदान में थे। बीजेपी उम्मीदवार एम रघुनंदन राव ने कडे़ मुकाबले में सोलीपेटा सुजाता को 1,470 वोट से मात दी। यह जीत तेलंगाना में बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित होगी।
गौरतलब है कि राज्य में 2018 के विधानसभा चुनाव में 117 सीटों में से 100 पर बीजेपी की जमानत जब्त हो गई थी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां चार सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद सिकंदराबाद से सांसद जी किशन रेड्डी को मोदी कैबिनट में गृह राज्य मंत्री भी बनाया गया था। अब दुब्बका के नतीजों ने बीजेपी में नई ऊर्जा का संचार किया है और पार्टी इसे 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए अच्छे संकेत मान रही है।