नागरिक समाज सहित संगठनों ने इजरायली बर्बरता के विरोध में किया प्रदर्शन
रायपुर।
दुनियाभर के तमाम अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, संयुक्त राष्ट्र संघ, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के द्वारा गाजा, रफा सहित फिलस्तीन में जारी हमलों को नरसंहार करार देते हुए इसे रोकने के फैसले दिया गया है। कई समाजिक संगठनों ने इजराइली जनसंहार का तीव्र विरोध करते हुए इसे तत्काल रोकने और शांति बहाल किए जाने की मांग कर रहे हैं। फिलस्तीन की जनता के साथ एकजुटता का इजहार के लिए देश भर में उठ रहे स्वरों की कड़ी में रायपुर में 2 जून 2024 की शाम डॉ. अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र, नौजवान, महिला, ट्रेड यूनियन, लेखक, रंगकर्मी, पत्रकार, लेखक, प्रगतिशील नागरिक, माकपा सहित कई संगठनों के कार्यकर्ता शामिल हुए।
इस मौके पर ऐप्सो के अध्यक्ष डाक्टर राकेश गुप्ता, सीटू के राज्य सचिव धर्मराज महापात्र, सी जी एस पी यू के सचिव प्रदीप मिश्रा, माकपा जिला सचिव प्रदीप गभने, शिक्षक नेता राजेश अवस्थी, सी जेड आई ई ए के कोषाध्यक्ष संदीप सोनी, आर डी आई ई यू के सहसचिव ऋषि मिश्रा, गजेंद्र पटेल, पेंशनर एसोसिएशन के टी के मिश्रा, पत्रकार अजय कन्नोजे, रंगकर्मी निसार अली ने एक स्वर से अमरीकी साम्राज्यवाद के समर्थन से जारी इजराइली अमानवीयता का विरोध करते हुए हमले में मारे जा रहे निर्दोष बच्चे, महिला और आम नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित किए। इस युद्ध को तत्काल रोकने और भारत सरकार से इजरायल को हथियार की आपूर्ति तत्काल बंद करने का कदम उठाने की मांग किया गया। वक्ताओं ने एक स्वर से इस अमानवीयता को रोक लगाते हुए फिलस्तीन की जनता के साथ भारत की जनता की एकता का इजहार किया। सभा के अंत में केंडल जलाकर हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्रदर्शन में साजिद रजा, सादिक अली, विभाष पैटुंडी, नवीन गुप्ता सहित बड़ी संख्या में सीटू, एस एफ आई, जनवादी नौजवान सभा, आर डी आई ई यू के साथी तथा नागरिक समाज के साथी भी शामिल हुए।