Washington News : बराक ओबामा के मुसलमानों की स्थिति पर उठाए सवाल पर बोले, जॉनी मूर- विविधता है भारत की ताकत, आलोचना नहीं प्रशंसा में खर्च करें एनर्जी
शिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में मुसलमानों की स्थिति को लेकर सवाल उठाए हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इंडिया में मुस्लिमों के अधिकारों के बारे में बात की है। अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग के पूर्व आयुक्त जॉनी मूर ने कहा, “मुझे लगता है कि पूर्व राष्ट्रपति (बराक ओबामा) को अपनी ऊर्जा भारत की आलोचना की जगह प्रशंसा में खर्च करनी चाहिए। मानव इतिहास में भारत सबसे विविधतापूर्ण देश है। यह आदर्श देश नहीं है। जिस तरह अमेरिका आदर्श देश नहीं है। यह विविधता ताकत है। हमें विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की प्रशंसा करनी चाहिए। यह वक्त ऐतिहासिक यात्रा (पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा) का जश्न मनाने का है न कि आलोचना करने का। लोकतंत्र में आप अपने दोस्त की कभी-कभी निजी तौर पर आलोचना करते हैं, लेकिन ऐसा सार्वजनिक रूप से नहीं किया जाता।”
I enjoyed an unhurried visit w/ PM @narendramodi before his address to India’s diaspora, the final speech of his historic visit.
There’s no problem in the world which cannot be solved when India & America join forces!
My reflections on the meeting:
— Rev. Johnnie Moore ن (@JohnnieM) June 24, 2023
पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के बारे में जॉनी मूर ने कहा कि यह भारत ही नहीं अमेरिका के लिए भी ऐतिहासिक है। लोकतंत्र अस्त-व्यस्त हैं। यह लोकतंत्र की ताकत है। यह हमारी विविधता के आधार में है। भारत एक अविश्वसनीय रूप से बहुलवादी देश है। यह एक ऐसा देश है जो हर चुनाव में अपने लोकतंत्र के लिए लड़ता है। भारत में अच्छी तरह से लोकतंत्र जीवित है।
#WATCH | Johnnie Moore, former Commissioner of United States Commission on International Religious Freedom says, "I met the PM. I thanked him for not only coming to the US but also bringing together Americans. America can learn a lot from India. India is the most pluralistic… pic.twitter.com/HZ6WgCJ9yO
— ANI (@ANI) June 24, 2023
गौरतलब है कि बराक ओबामा ने गुरुवार को सीएनएन पर इंटरव्यू दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि यदि भारत जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करता है तो इस बात की प्रबल संभावना है कि किसी बिंदु पर देश अलग होना शुरू हो जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने 21-23 जून तक अमेरिका की यात्रा की है।
बराक ओबामा के बयान पर भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने करारा जवाब दिया है। सीतारमण ने कहा, “…यह आश्चर्यजनक था कि जब पीएम अमेरिका के दौरे पर थे तो एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति (बराक ओबामा) भारतीय मुसलमानों पर बयान दे रहे थे। मैं सावधानी के साथ बोल रही हूं, हम उनके (अमेरिका)साथ अच्छी दोस्ती चाहते हैं, लेकिन वहां से भारत की धार्मिक सहिष्णुता पर टिप्पणियां आती हैं। शायद उनके (ओबामा) कारण 6 मुस्लिम बहुल देशों पर बमबारी की गई। 26,000 से अधिक बम गिराए गए।”