दिल्ली: ‘बाबा का ढाबा’ वाले कांता प्रसाद ने की आत्महत्या की कोशिश, अस्पताल में भर्ती हालत नाजुक
नई दिल्ली। दिल्ली के मालवीय नगर में ‘बाबा का ढाबा’ चलाने वाले बुजुर्ग कांता प्रसाद द्वारा गुरुवार रात को आत्महत्या की कोशिश करने का मामला सामने आया है। कांता प्रसाद को इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। हाल ही में कांता प्रसाद ने उस यूट्यूबर गौरव वासन से अपनी गलती के लिए माफी मांगी थी। गौरव ने पिछले साल लॉकडाउन के दौरान बाबा का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था और वो रातोंरात फेमस हो गए थे।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, कांता प्रसाद को गुरुवार रात 11:15 सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों द्वारा कई गई जांच के दौरान पता चला है कि उन्होंने नींद की गोलियां खाई थीं और शराब भी पी हुई थी, जिससे वह बेहोश हो गए थे। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या कांता प्रसाद ने आत्महत्या की कोशिश की है? मामले की जांच चल रही है।
डीसीपी (दक्षिण) अतुल ठाकुर ने बताया कि बाबा कांता प्रसाद के बेटे करण ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया है कि उसके पिता ने शराब और नींद की गोलियां ली हैं। आगे की पूछताछ जारी है।
I don't know anything, I don't know what did he eat. I had not seen. He fell unconscious, I was sitting at the dhaba. I brought him here. Doctor has not told us anything so far. I don't know what was going on in his mind: Badami Devi, wife of Baba Ka Dhaba's Kanta Prasad pic.twitter.com/oM0fxTD5mq
— ANI (@ANI) June 18, 2021
कांता प्रसाद की पत्नी बादामी देवी ने कहा कि मुझे कुछ नहीं पता, मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या खाया। मैंने उन्हें नहीं देखा था। वह बेहोश हो गए, मैं ढाबे पर बैठी थी। मैं उन्हें यहां ले आई। डॉक्टर ने अभी तक हमें कुछ नहीं बताया है। पता नहीं उनके दिमाग में क्या चल रहा था।
बीते दिनों जब गौरव वासन को एक बार फिर उनसे मिलने ढाबा पर पहुंचे थो तो गौरव को देखकर बाबा फूट-फूटकर रोने लगे थे। इतना ही ने बाबा ने गौरव के पैर पकड़ लिए और कहा कि गौरव की वजह से ही आज दुनिया उन्हें पहचानती है। इस दौरान बाबा गौरव के सिर पर हाथ रखकर दुआएं भी देते रहे।
बता दें कि मालवीय नगर में सड़क किनारे एक छोटा सा ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद ने फेमस होने के बाद पिछले साल दिसंबर में इसी इलाके में एक नया रेस्टोरेंट खोला था, जो घाटे के चलते कुछ समय बाद ही बंद हो गया। हालात कुछ ऐसे बदल गए कि बाबा को लौटकर अपने पुराने ढाबे पर ही आना पड़ा है।