केंद्र की नई गाइडलाइन: कोरोना मरीजों के खांसने, छींकने और बात करने से फैल रहा संक्रमण
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कोरोना वायरस के संबंध में जारी अपनी गाइडलाइन में बदलाव करते हुए नए दिशा निर्देश जारी किए है। केंद्र की नई गाइडलाइन में कहा गया है कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बातचीत करने से हवा में फैलता है, जिससे संक्रमण फैलता है। साल जून में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने ही लगता है। अब मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोरोना का संक्रमण हवा के माध्यम से फैल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन में कहा है कि कोरोना हल्के लक्षण वाले मामलों में आइवरमेक्टिन दवा खाली पेट दिन में एक बार तीन से पांच के लिए दी जा सकती है। वहीं हल्के लक्षण वाले केस में मरीज को स्टेरॉयड नहीं देने की बात कही गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्तनपान कराने वालों मांओं को कोरोना टीका देने की भी इजाजत दे दी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्लाज्मा थेरेपी को कोरोना के इलाज से हटा दिया गया है। बीते साल की गाइडलाइन में प्लाज्मा थेरेपी को कोरोना के इलाज में शामिल किया गया था। ज्ञात हो कि अब कोरोना मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल बंद कर दिया गया है।
भारत में इस समय दुनिया के सबसे ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकाी दी है कि देश में बीते 24 घंटे में 2 लाख से अधिक नए कोरोना केस सामने आए हैं, जबकि 4157 मरीजों की मौत इस दौरान हो गई। देश में इस समय कुल कोरोना केस दो करोड़ 71 लाख 57 हजार हैं, जिसमें 25 लाख एक्टिव केस हैं। अब तक कोरोना से 3 लाख 11 हजार मौतें देश में हुई हैं।