एक जमाने में निवेशक पूछते थे Why India, अब कहा जाता है why not India: प्रधानमंत्री मोदी

न्यूज़ डेस्क। आत्मनिर्भर भारत अभियान में आने वाले वर्षों में एसोचैम की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। अगले 27 साल भारत के ग्लोबल रोल को ही तय नहीं करेंगे, बल्कि ये भारतीयों के Dreams और Dedication को भी टेस्ट करेंगे। ASSOCHAM सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया को भारत की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा है। पैनडेमिक के दौर में भी भारत में रिकॉर्ड FDI आया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफेक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है। मैन्युफेैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर Reforms कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने देश के अग्रणी उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 100 सालों से आप सभी देश की अर्थव्यवस्था को, करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने में जुटे हैं। इसलिए आज वो समय है, जब हमें प्लान भी करना है और एक्ट भी करना है। हमें हर साल के, हर लक्ष्य को राष्ट्र निर्माण के एक बड़े लक्ष्य के साथ जोड़ना है। पीएम मोदी ने कहा कि अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है। इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेजी से आगे बढ़ रही है। नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आएंगे और अनेक समाधान भी।

स्वतंत्रता के 100 साल के लक्ष्य की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारा चैलेंज सिर्फ आत्मनिर्भरता ही नहीं है। बल्कि हम इस लक्ष्य को कितनी जल्दी हासिल करते हैं, ये भी उतना ही महत्वपूर्ण है। आने वाले 27 साल भारत की वैश्विक भूमिका को ही तय नहीं करेंगे, बल्कि ये हम भारतीयों के Dreams और Dedication, दोनों को टेस्ट करेंगे। यह समय भारतीय इंडस्ट्री के रूप में आपकी Capability, Commitment और Courage को दुनिया भर को दिखा देने का है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक जमाने में हमारे यहां जो परिस्थितियां थीं, उसके बाद कहा जाने लगा था- Why India। अब जो Reforms देश में हुए हैं, उनका जो प्रभाव दिखा है, उसके बाद कहा जा रहा है- ‘Why not India। पीएम मोदी ने कहा कि नया भारत, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है। और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफेक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है। उन्होंने कहा कि मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर Reforms कर रहे हैं। देश आज करोड़ों युवाओं को अवसर देने वाले Enterprise और Wealth Creators के साथ है। कार्यक्रम में भारतीय उद्योग जगत में विशेष भूमिका के लिए रतन टाटा को ‘एसोचैम एंटरप्राइज ऑफ दी सेंचुरी अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।

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