भूटान अपने प्रयासों में उच्च स्तर पर है, आपको हम गर्व और खुशी के साथ नहीं देखेंगे बल्कि आपको भागीदार बनाएंगे: पीएम मोदी
नई दिल्ली। दो दिवसीय भूटान दौरे पर गए PM नरेन्द्र मोदी अपने दौरे के अंतिम दिन रविवार की सुबह द रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
It is even a matter of great happiness that young Bhutanese scientists will travel to India to work on designing and launching Bhutan’s own small satellite.
I hope that someday soon, many of you will be scientists, engineers and innovators: PM
— PMO India (@PMOIndia) August 18, 2019
PM मोदी ने कहा कि मैं आज भूटान के भविष्य के साथ हूं। उन्होंने कहा कि भारत और भूटान के साथ ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में काम कर रहा है लेकिन सबसे बड़ी ऊर्जा दोनों देशों के बीच संबंध यहां के लोग हैं।
Addressing students at the Royal University of Bhutan. Watch. https://t.co/eGoTRXS1bI
— Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2019
प्रधानमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि भारत में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य क्षेत्र की सेवा आयुष्मान भारत है, जो करीब 500 मिलियन भारतीयों को स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित कराता है। भारत में सबसे ज्यादा सस्ता डेटा है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर लाखों लोगों को सशक्त बनाता है।
Yes, we have challenges. But for every challenge, we have young minds to find innovative solutions to overcome them.
Let no limitation constrain you.
I want to tell you all- there is no better time to be young than now: PM
— PMO India (@PMOIndia) August 18, 2019
PM मोदी ने कहा कि भूटान और भारत के लोग स्वभाविक तौर पर एक दूसरे के साथ अपनापन का भाव महसूस करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सिर्फ भौगोलिक तौर पर ही हम एक दूसरे के करीब नहीं है। बल्कि, हमारा इतिहास, संस्कृति और पारंपरिक रीति रिवाज हमारे लोगों और दोनों देशों के बीच एक दूसरे के संबंधों में प्रगाढ़ता लाता है।
The world today offers more opportunities than ever before.
You have the power and potential to do extra-ordinary things, which will impact generations to come.
Find your real calling and pursue it with full passion: PM
— PMO India (@PMOIndia) August 18, 2019
इसके पहले, भारत और भूटान ने अंतरिक्ष, विज्ञान, इंजीनियरिंग, न्यायिक और संचार सहित 10 क्षेत्रों में सहयोग के करारों पर हस्ताक्षर किये हैं। भूटान की दो दिन की यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वहां के प्रधानमंत्री लोतेय शेरिंग के बीच शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये।
India is also home to among the biggest start-up eco-systems in the world. This is indeed a great time to innovate in India!
These, and many other transformations have dreams and aspirations of the youth of India at their core: PM
— PMO India (@PMOIndia) August 18, 2019
अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ESRO) में निदेशक और भूटान के सूचना और संचार मंत्रालय में निदेशक ने हस्ताक्षर किये। इससे भूटान को संचार, लोक प्रसारण और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में मदद मिलेगी। भूटान की जरूरत के अनुसार अतिरिक्त बैंडविड्थ और ट्रांसपोंडर भी उपलब्ध कराया जायेगा।
Today, India is witnessing historic transformations in a wide range of sectors.
India is eliminating poverty faster than ever before.
The pace of infrastructure construction has doubled in the last five years: PM
— PMO India (@PMOIndia) August 18, 2019
नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में सहयोग के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय में महानिदेशक अरविंद हांडा और भूटान के सूचना और संचार मंत्रालय में कार्यकारी सचिव पेम्बा वांगचुक ने हस्ताक्षर किये। शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत में नेशनल नॉलेज नेटवर्क के परियोजना निदेशक आर एस मणि और भूटान के संचार मंत्रालय के निदेशक जिग्मे तेंजिन ने हस्ताक्षर किये।