एक्सप्रेसवे अब जल्द ही आसान और सुविधाजनक हो जाएगा दिल्ली से मेरठ का सफ़र : नितिन गडकरी
पिलखुवा (उत्तर प्रदेश)। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे छह माह के भीतर तैयार हो जाएगा। यह दोनों शहरों के बीच यात्रा समय को ना सिर्फ एक घंटा कम करेगा बल्कि क्षेत्र में समृद्धि भी लाएगा। दिल्ली-मेरठ के बीच जाम की समस्या से निजात और ईंधन की बचत के लिए विकसित की जा रही इस 8,346 करोड़ रुपये की परियोजना के बारे में गडकरी ने कहा कि यह परियोजना दिल्ली-NCR में प्रदूषण कम करने में भी मदद करेगी। गडकरी यहां एक्सप्रेसवे के 1,058 करोड़ रुपये की लागत से बने डासना से हापुड़ तक के 22 किलोमीटर लंबे तीसरे खंड को राष्ट्र को समर्पित करने के मौके पर बोल रहे थे।
Hon'ble Minister, Shri @nitin_gadkari, alongwith MoS, Shri @Gen_VKSingh & Shri @kpmaurya1, Deputy CM, U.P., flagged off the laying of bituminous concrete mixed with recycled plastic for road construction of Delhi-Meerut Expressway, today. #PragatiKaHighway pic.twitter.com/kRDWD4hEVP
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) September 30, 2019
श्री गडकरीने कहा, ‘‘दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का निर्माण छह माह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। यह क्षेत्र में समृद्धि लाएगा और एनसीआर क्षेत्र को जाममुक्त बनाने में मदद करेगा। इससे दोनों शहरों के बीच का यात्रा समय भी एक घंटे से ज्यादा कम होगा और प्रदूषण के स्तर में भी उल्लेखनीय कमी आएगी। राजमार्ग और बुनियादी क्षेत्र की परियोजनाएं सीधे उस क्षेत्र के विकास से जुड़ी होती हैं।’’ गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेसवे का उत्तर प्रदेश सीमा से डासना तक दूसरा खंड अगले तीन महीने में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र को जाम मुक्त बनाने के लिए 60,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम जारी है। दिल्ली से मेरठ को जोड़ने वाले 82 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के दिल्ली से उत्तर प्रदेश सीमा तक के पहले खंड को पहले ही जनता के लिए खोला जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 मई 2018 को इसे राष्ट्र को समर्पित किया था। इसमें छह लेन के एक्सप्रेसवे पर दोनों तरफ दो-दो लेन की सर्विस लेन हैं। पिलखुवा में छह लेन की एक 4.68 किलोमीटर लंबी ऊपरगामी सड़क का निर्माण किया गया है। पिलखुवा में बने इस पुल को निर्माण प्रौद्योगिकी में नवोन्मेष के लिए स्वर्ण पदक दिया गया है।
अब जल्द ही आसान और सुविधाजनक हो जाएगा दिल्ली से मेरठ का सफ़र। #PragatiKaHighway pic.twitter.com/79BsJ56e0p
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) September 30, 2019
वहीं पिलखुवा वायाडक्ट को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के असाधारण कंक्रीट ढांचे के पुरस्कार से नवाजा गया है। इस पूरी परियोजना में गंगा नहर के ऊपर एक बड़ा पुल, सात नए पुल,हापुड़ बाइपास पर एक ऊपरगामी पुल, 11 अंडरपास, दो ऊपरगामी पैदल पारपथ, छह बड़े चौराहों और 105 छोटे चौराहों का निर्माण शामिल है। दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे परियोजना को चार खंडों में तैयार किया जा रहा है। पहला खंड सराय कालेखां दिल्ली से गाजीपुर (उत्तर प्रदेश सीमा) तक 8.72 किलोमीटर लंबा छह लेन का एक्सप्रेसवे / आठ लेन राष्ट्रीय राजमार्ग-24 है जो जून 2018 में पूरा हो चुका है। दूसरा खंड गाजीपुर उत्तर प्रदेश सीमा से डासना तक 19.28 किलोमीटर लंबा 6- लेन एक्सप्रेसवे / आठ लेन राष्ट्रीय राजमार्ग-24 है। इसका 60 प्रतिशत काम हो चुका है। तीसरा खंड डासना से हापुड़ 22.23 किलोमीटर लंबा 6- लेन एक्सप्रेसवे है जिसमें साथ में दोनों तरफ दो- दो लेन की सर्विस रोड भी है। इसी का उद्घाटन किया गया है। चौथा खंड हापुड़ से मेरठ का 31.78 किलोमीटर लंबा 6- लेन एक्सप्रेसवे है जिसका 57 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।